क्रिकेट एक्सपर्ट सुनील गावस्कर ने बताया KKR कर रही होगी इस खिलाड़ी के फिट होने की उम्मीद

Update: 2021-10-11 05:51 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क| रायल चैलेंजर्स बैंगलोर और कोलकाता नाइट राइडर्स की कड़ी मेहनत और अब तक की गई कोशिशें बीती बातें हैं। यहां मुकाबला बराबरी का है। एक छोड़ा गया कैच, एक नोबाल, एक रनआउट, एक अच्छा या खराब ओवर मैच का रुख पूरी तरह बदल सकता है। दोनों टीमों की कप्तानी ऐसे क्रिकेटरों के हाथों में हैं जिन्होंने सिक्के के दोनों पहलुओं को देखा है। इसीलिए ये दोनों ही अपनी टीमों को चीजों को सहज रखने के लिए प्रेरित करेंगे। हर गेंद को मेरिट पर खेलना होगा और मैच व खुद से आगे जाने से बचना होगा। जंग के तनाव और हर गेंद के साथ दोगुने होते दबाव के बीच ऐसा करना कभी भी आसान नहीं होता।

बैंगलोर ने शीर्ष पर रही दिल्ली के खिलाफ पिछले मैच में आखिरी गेंद पर शानदार जीत दर्ज की। टीम के लिए वह युवा केएस भरत थे जिन्होंने अपने को शांत रखा और आखिरी गेंद पर छक्का मारकर मुकाबले को खत्म किया। ये लक्ष्य का शानदार तरीके से किया गया पीछा था जिसमें अपने बेहतरीन शाट से ग्लेन मैक्सवेल ने एकबार फिर राह दिखाई। भरत ने खुद को खुलने का मौका दिया और कुछ साहसी शाट लगाए। ये नहीं भूलना चाहिए कि भरत पहले ही ओवर में बल्लेबाजी के लिए आ गए थे और वो भी 20 ओवर की विकेटकीपिंग करने के बाद। उसके बाद वह आखिरी गेंद पर क्रीज पर बल्लेबाजी करते रहे। इससे पता चलता है कि उनमें कितना स्टेमिना और ताकत है। सबसे अहम बात आखिरी ओवरों में उन्होंने मुश्किल वक्त में धैर्य बनाए रखा और शानदार टेंपरामेंट दिखाया।

कोलकाता के पास भी वेंकटेश अय्यर के रूप में बेहतरीन प्रतिभाशाली बल्लेबाज हैं। हालांकि अभी ये कहना जल्दबाजी होगी कि वह कितनी आगे तक जाएंगे लेकिन फिलहाल वह ऐसे खिलाड़ी नजर आ रहे हैं जिन्हें चुनौतियां पसंद हैं। उनकी गेंदबाजी भी उपयोगी है और हर कप्तान को ऐसे बल्लेबाज की जरूरत होती है जो अच्छी गेंदबाजी करने की क्षमता रखते हैं। आंद्रे रसेल की उपलब्धता पर फिलहाल कोई खबर नहीं है। लेकिन अगर वह फिट होते हैं तो इससे कोलकाता के मध्यक्रम को बहुत मजबूती मिलेगी। वह ऐसे खिलाड़ी हैं जो गेंद या बल्ले से मैच का रुख पूरी तरह बदल सकते हैं। इसीलिए कोलकाता की टीम उनके फिट होने की दुआ कर रही होगी। लाकी फग्र्यूसन ने कोलकाता के लिए बेहतरीन प्रदर्शन किया है। उनकी तेज गेंदों ने बल्लेबाजों को परेशान किया है। इसके अलावा टीम में सुनील नरेन और वरुण चक्रवर्ती के रूप में दो मिस्ट्री स्पिनर भी हैं जिससे कोलकाता का गेंदबाजी आक्रमण धारदार बनता है।

शारजाह के मैदान की छोटी बाउंड्री भी एक पहलू होगा और इस बात में कोई संदेह नहीं कि कप्तान बाउंड्री के आकार को देखते हुए इस बात का फैसला करेंगे कि आखिरी के ओवर किन गेंदबाजों से कराने चाहिए। हालांकि टूर्नामेंट के अधिकतर समय यही कहा जाता है कि ये करो या मरो का मैच है, लेकिन इस मुकाबले पर ये बात पूरी तरह फिट बैठती है। वो इसलिए क्योंकि इस मैच में हारने वाली टीम को घर जाना होगा और खिताब के लिए जोर लगाने के लिए एक और साल का इंतजार करना होगा।  

Tags:    

Similar News

-->