2 साल तक नहीं कर पाया कोई कमाल, फिर भी इंटरनेशनल क्रिकेट खेल रहा ये खिलाड़ी

न्यूजीलैंड टीम करीब 18 साल बाद पाकिस्तान के दौरे पर है

Update: 2021-09-14 11:09 GMT

न्यूजीलैंड टीम करीब 18 साल बाद पाकिस्तान के दौरे पर है. उसे यहां वनडे और टी20 सीरीज खेलनी है. लेकिन न्यूजीलैंड का एक खिलाड़ी अभी बिलकुल रंग में नहीं है और उसका करियर खत्म होता सा दिख रहा है. इसकी बड़ी वजह है हालिया बांग्लादेश दौरा. इस दौरे पर यह खिलाड़ी बुरी तरह नाकाम रहा और पांच मैच में 10 रन तक भी नहीं पहुंच पाया. इस खिलाड़ी का नाम है कोलिन डी ग्रैंडहोम (Colin De Grandhomme). बांग्लादेश दौरे पर टी20 सीरीज में वे पांच मैच में 18 रन बना पाए थे. फिर बॉलिंग में उन्होंने केवल 3.4 ओवर फेंके और एक केट मिला. बैटिंग की बात की जाए तो डी ग्रैंडहोम करीब दो साल से टी20 में दहाई का आंकड़ा पार नहीं कर पाई है. आखिरी बार नवंबर 2019 में इंग्लैंड के खिलाफ 55 रन बनाने के बाद से उनका सर्वोच्च स्कोर नौ रन है. इसके बाद से वे 10 टी20 मुकाबले खेल चुके हैं और केवल 39 रन बना सके हैं.

हालिया बांग्लादेश दौरे पर तो स्पिनर नसूम अहमद की गेंदों को वे समझ ही नहीं पाए. पांच में से चार मैचों में अहमद ने ही उन्हें आउट किया. इस गेंदबाज की नौ गेंदों का सामना कोलिन डी ग्रैंडहोम ने किया और केवल एक रन बना पाए और चार बार आउट हो गए. न्यूजीलैंड के कई बड़े बल्लेबाज इस दौरे पर नहीं थे तो डी ग्रैंडहोम पर बैटिंग में बड़ी जिम्मेदारी थी लेकिन वे इस भरोसे पर खरे नहीं उतर पाए. इस दौरे पर उनकी बॉलिंग व फील्डिंग भी काफी कमजोर रही. दूसरे टी20 मुकाबले में उन्होंने लिटन दास का कैच तब छोड़ा था जब उनका खाता भी नहीं खुला था. फिर उन्होंने 29 गेंद में 33 रन बनाए थे और इस पारी के बूते बांग्लादेश ने जीत दर्ज की थी.
इंटरनेशनल क्रिकेट में ग्रैंडहोम का आखिरी साल
कोलिन डी ग्रैंडहोम 35 साल के हो चुके हैं और जिस तरह की फॉर्म से वे गुजर रहे हैं उससे लगता नहीं है कि वे ज्यादा दिन तक टीम के साथ रहेंगे. वैसे भी न्यूजीलैंड के पास अब डेरिल मिचेल के रूप में एक नया ऑलराउंडर है. मिचेल का हालिया प्रदर्शन भी अच्छा रहा है. ऐसे में लगता है कि पाकिस्तान दौरे पर कोलिन डी ग्रैंडहोम को प्लेइंग इलेवन में शायद ही जगह मिले. न्यूजीलैंड की टीम इस साल के आखिर में भारत के दौरे पर आएगी. कोलिन डी ग्रैंडहोम का हाल स्पिनर्स के सामने वैसे ही बुरा रहता है. फिर भारत के पास तो आर अश्विन, रवींद्र जडेजा और अक्षर पटेल जैसे फिरकी गेंदबाज हैं. ऐसे में माना जा रहा है कि यह इंटरनेशनल क्रिकेट में उनका आखिरी साल है.
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