आईपीएल पर कोरोना का प्रकोप: BCCI ले सकती है बड़ा फैसला, होंगे ये बड़े बदलाव
कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) और चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) के कुछ सदस्यों को कोरोना होने के बाद आईपीएल-14 पर संकट के बादल मंडराने लगे हैं. कोरोना के कहर को देखते हुए भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) अब बाकी मैचों को मुंबई में कराने पर विचार कर रहा है.
यदि सबकुछ ठीक रहा, तो इस सप्ताह के आखिर से मुंबई मैचों की मेजबानी कर सकता है. इसका मतलब यह हुआ कि कोलकाता और बेंगलुरू में आईपीएल मैच नहीं खेले जाएंगे. साथ ही प्लेऑफ और फाइनल मैच भी मुंबई में ही हो सकते हैं. हालांकि इस बार में अभी बीसीसीआई ने कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की है.
अच्छी बात यह है कि मुंबई में तीन प्रमुख स्टेडियम वानखेड़े, डी वाई पाटिल और ब्रेबोर्न मौजूद हैं. वानखेड़े स्टेडियम में आईपीएल के शुरुआती स्टेज के मुकाबले आयोजित हुए थे. वहीं, ब्रेबोर्न और डी वाई पाटिल स्टेडियम का उपयोग खिलाड़ियों के अभ्यास के लिए किया गया था.
मुंबई में मैचों के आयोजन में सबसे बड़ी चुनौती बायो-बबल तैयार करने की है. सूत्रों के मुताबिक बीसीसीआई ने सोमवार को मुंबई के विभिन्न बड़े होटलों से संपर्क करके यह जानना चाहा कि क्या वे मानकों के अनुसार बायो-बबल बनाने को लेकर सक्षम हैं.
आईपीएल के मैच मुंबई शिफ्ट होते हैं, तो इसके शेड्यूल में भी बदलाव हो सकता है. फिर ऐसे में डबल हेडर (एक दिन में दो-दो मुकाबले) की संख्या बढ़ सकती है. इसके अलावा फाइनल मैच भी 30 मई के बदले जून के पहले सप्ताह में आयोजित हो सकता है.
अगर, आईपीएल 30 मई से आगे बढ़ाया जाता है, तो विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप के फाइनल मैच पर भी इसका असर पड़ेगा. भारत और न्यूजीलैंड के बीच साउथेम्प्टन में 18-22 जून तक इसका आयोजन किया जाना है. अभी इंग्लैंड ने भारत से यात्रा पर रोक लगा रखी है. अगर इसमें छूट भी दी जाती है तो खिलाड़ियों को 14 दिन क्वारनटीन रहना होगा. ऐसे में टेस्ट चैम्पियनशिप की तारीख बढ़ाई जा सकती है.
आईपीएल की शुरुआत के समय मुंबई में हर दिन कोरोना के लगभग 10,000 नए मामले आते थे. अब मुंबई में कोरोना के मामलों में काफी कमी आई है. सोमवार को मुंबई में कोरोना के 2662 मामले आए, जो 17 मार्च के बाद से सबसे कम है. यह एक महीने में कोरोना के मामलों में सबसे बड़ी गिरावट है. 4 अप्रैल को मुंबई में कोरोना के रिकॉर्ड 11,163 मामले सामने आए थे.