अहमदाबाद। सनराइजर्स हैदराबाद के कप्तान एडेन मार्कराम ने इंडियन प्रीमियर लीग में सोमवार को यहां गुजरात टाइटंस के खिलाफ 34 रन की शिकस्त के साथ प्ले ऑफ की दौड़ से बाहर होने के बाद कहा कि ब्रेक के समय उन्हें लगा था कि उनके पास मौका है लेकिन पावरप्ले में चार विकेट खोकर उन्होंने इसे गंवा दिया। टाइटंस ने गिल की 58 गेंद में 13 चौकों और एक छक्के से 101 रन की पारी के अलावा साई सुदर्शन (47) के साथ उनकी दूसरे विकेट के लिए 147 रन की साझेदारी से नौ विकेट पर 188 रन बनाए।
इन दोनों के अलावा हालांकि टाइटंस का कोई बल्लेबाज दोहरे अंक में नहीं पहुंच पाया। इसके जवाब में सनराइजर्स की टीम मोहम्मद शमी (21 रन पर चार विकेट) और मोहित शर्मा (28 रन पर चार विकेट) की धारदार गेंदबाजी के सामने हेनरिक क्लासेन (64) के अर्धशतक के बावजूद नौ विकेट पर 154 रन ही बना सकी। क्लासेन ने भुवनेश्वर कुमार (27) के साथ आठवें विकेट के लिए 68 रन भी जोड़े। सनराइजर्स की टीम पावरप्ले में चार विकेट पर 45 रन ही बना सकी।
मार्कराम ने मैच के बाद कहा, ब्रेक के समय विश्वास था कि हमारे पास अब भी मौका है लेकिन पावरप्ले में चार विकेट खोकर हमने इसे गंवा दिया। गेंदबाजी में भी पावरप्ले में सनराइजर्स की शुरुआत खराब रही जिस पर कप्तान ने कहा, हमारे पास शीर्ष स्तर के गेंदबाज हैं और हमें लगा कि गेंद कुछ देर के लिए स्विंग करेगी लेकिन ऐसा नहीं हुआ। गिल ने अच्छा किया।
मार्कराम ने अपने गेंदबाजों की सराहना करते हुए कहा, हमें वापसी दिलाने का श्रेय भुवी (भुवनेश्वर कुमार) को जाता है। क्लासेन शानदार खिलाड़ी हैं जिनके पास स्तर, ताकत और अच्छा क्रिकेट दिमाग है। दुर्भाग्य से बाकी टीम ने उनका साथ नहीं दिया। भुवनेश्वर कुमार (30 रन पर पांच विकेट) और टी नटराजन (34 रन पर एक विकेट) ने अंतिम ओवरों में सनराइजर्स को वापसी दिलाई जिससे टाइटंस की टीम अंतिम आठ ओवर में 57 रन ही जोड़ सकी।