ब्रॉन्ज मेडल जीतने वाली महिला बॉक्सर लवलीना बोरगोहेन ने बॉक्सिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया पर लगाया गंभीर आरोप
टोक्यो ओलंपिक 2020 में ब्रॉन्ज मेडल जीतने वाली महिला बॉक्सर लवलीना बोरगोहेन ने बॉक्सिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (BFI) पर गंभीर आरोप लगाया है.
टोक्यो ओलंपिक 2020 में ब्रॉन्ज मेडल जीतने वाली महिला बॉक्सर लवलीना बोरगोहेन ने बॉक्सिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (BFI) पर गंभीर आरोप लगाया है. लवलीना का कहना है कि वह मानसिक प्रताड़ना की शिकार हो रही है. कॉमनवेल्थ गेम्स शुरू होने में अब कुछ ही दिन बचे हैं और उन्हें कोच के साथ ट्रेनिंग नहीं करने दिया जा रहा है. लवलीना ने फेडरेशन पर यह आरोप सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए लगाया है.
24 वर्षीय बॉक्सर ने ट्वीट किया, "आज मैं बड़े दुख के साथ कहती हूँ कि मेरे साथ बहुत हैरेसमेंट हो रहा है. हर बार मेरे कोच, जिन्होंने मुझे ओलंपिक में मेडल लाने में मदद की, उन्हें बार-बार हटा कर मेरे ट्रेनिंग प्रोसेस और प्रतियोगिता में प्रताड़ित करते हैं. इनमें से एक कोच संध्या गुरुंग जी द्रोणाचार्य अवार्डी भी हैं." लवलीना ने आरोप लगाया कि उनके दोनों कोच को अनुरोध के बाद भी बहुत देर से ट्रेनिंग कैंप में शामिल किया जाता है. लवलीना का कहना है कि उन्हें इस कारण ट्रेनिंग में बहुत परेशानियां उठानी पड़ती हैं और मानसिक प्रताड़ना तो होती ही है."
लवलीना बोरगोहेन ने आगे लिखा कि उनके कोच संध्या गुरुंग कॉमनवेल्थ गेम्स विलेज के बाह रहे हैं. उन्हें अंदर नहीं आने दिया जा रहा है. इस वजह से उनकी ट्रेनिंग प्रोसेस 8 दिन पहले ही रुक गया. उनके दूसरे कोच को भी भारत वापस भेज दिया गया है.
युवा बॉक्सर ने कहा कि इन वजहों से वो खेल अपने खेल पर फोकस नहीं कर पा रही हैं. इसी वजह से उनका प्रदर्शन वर्ल्ड चैंपियनशिप में भी खराब रहा. हालांकि, उन्होंने पदक जीतने की उम्मीद जताई है. लवलीना ने आगे लिखा, "वह इस राजनीति के कारण वह कॉमनवेल्थ गेम्स खराब नहीं करना चाहतीं. आशा करती हूं कि मैं अपने देश के लिए इस राजनीति को तोड़कर मेडल ले पाऊं. जय हिंद."
भारतीय मुक्केबाजी महासंघ (बीएफआई) ने कहा कि एक्रीडिटेशन प्रक्रिया का प्रबंधन भारतीय ओलंपिक संघ (IOA) द्वारा किया जा रहा है और उम्मीद है कि जल्द ही इस मुद्दे को सुलझा लिया जाएगा. बीएफआई सचिव हेमंत कलिता ने कहा, ''आईओए और बीएफआई लगातार संध्या का एक्रीडिटेशन प्राप्त करने के लिए काम कर रहे हैं. यह आईओए के हाथ में है लेकिन आज या कल तक आ जाएगा.''
उन्होंने कहा, '' हमने पहले सभी नाम दिए थे लेकिन एक कोटा प्रणाली है. क्वालीफाई करने वाले एथलीटों की संख्या के आधार पर 25 प्रतिशत कोटा है. इसलिए हमारे पास चार अधिकारी थे, जिनमें कोच, चिकित्सक आदि शामिल है.'' उन्होंने कहा, ''हमने आईओए से कोटा बढ़ाकर आठ करने की मांग की है. इसमें चार खेल गांव के अंदर रहेंगे और चार बाहर. चार कोच दिन में खिलाड़ियों के साथ समय बिताकर रात में खेल गांव से बाहर निकल जाएंगे.''
इस बीच भारतीय खेल प्राधिकरण (SAI) ने कहा कि वह मामले का उचित समाधान निकालने की कोशिश कर रहा है. साइ ने कहा, '' साइ ने मामले को बीएफआई के समक्ष उठाया है. खेल मंत्रालय आईओए से बात कर मामले को सुलझाने और लवलीना को सर्वश्रेष्ठ तैयारी करने में मदद सुनिश्चित करने की कोशिश कर रहा है. वह इन खेलों में पदक की मजबूत दावेदार है