लखनऊ, (आईएएनएस)| भारत का दौरा करने वाली टीमें हमेशा अपनी शिकायतें बताती रही हैं, जब उन्हें देश में क्रिकेट के किसी भी प्रारूप में स्पिन के अनुकूल पिच पर खेलने का मौका मिलता है, तो वह पिच को क्रिकेट के लिए खतरनाक और खराब बताने की कोशिश करती है। लेकिन न्यूजीलैंड के स्पिनर माइकल ब्रेसवेल ने लखनऊ में इकाना क्रिकेट स्टेडियम में स्पिन के अनुकूल पिच पर तीन मैचों की श्रृंखला के कम स्कोर वाले दूसरे टी20 में भारत से हारने के बाद ऐसी कोई शिकायत नहीं की।
इस पिच पर न्यूजीलैंड अपने 20 ओवरों में केवल 99/8 पर ही सिमट गया था, जिस पर गेंद काफी घुम रही थी। जवाब में, भारत ने पीछा करते हुए काफी संघर्ष किया, क्योंकि न्यूजीलैंड ने उन पर दबाव बनाने के लिए पांच स्पिनरों का इस्तेमाल किया।
दो गेंदों पर तीन रनों की जरूरत के साथ, सूर्यकुमार यादव ने ब्लेयर टिकनर को मिड ऑफ पर चार रन मारकर तीन मैचों की श्रृंखला 1-1 से बराबर कर दी। मैच में, दोनों टीमों के स्पिनरों ने 40 में से 30 ओवर फेंके, जिसमें दोनों टीमों के बल्लेबाजों ने कोई छक्का नहीं लगाया।
जबकि भारत के पूर्व बाएं हाथ के बल्लेबाज गौतम गंभीर और न्यूजीलैंड के तेज गेंदबाजी ऑलराउंडर जेम्स नीशम लखनऊ की पिच की आलोचना की, लेकिन ब्रेसवेल ने पिच को लेकर सवाल पूछे जाने के बावजूद विकेट की शिकायत नहीं की।
हालांकि उन्होंने कहा कि वह इस तरह की सतह पर नियमित रूप से नहीं खेलना चाहेंगे, उन्होंने कहा कि ऐसे मैचों से मैंने सबक सीखा है।
ब्रेसवेल ने मैच के बाद कहा, यह शायद ऐसा विकेट नहीं है जिस पर आप टी-20 खेलना चाहेंगे, लेकिन कभी-कभी कुछ सीखने और अपने कौशल को बढ़ाने का एक रोमांचक अवसर है।
ब्रेसवेल ने कहा, हम शिकायत नहीं कर सकते। इन अलग-अलग विकेटों पर खेलने का तरीका तलाशना रोमांचक है।
ब्रेसवेल ने कहा, अगर आप हर समय ऐसी विकेट पर खेलते हैं, जो हर समय सपाट रहती है, तो आपको अपने कौशल की सही परीक्षा नहीं मिलती है। मुझे लगता है कि दुनिया भर में विभिन्न प्रकार के विकेट एक सकारात्मक चीज है।
ब्रेसवेल आमतौर पर घर में पिचों से किसी भी तरह की सहायता के लिए तत्पर रहते हैं और केवल अपने सपनों में स्पिनरों के लिए इस तरह की मदद की उम्मीद कर सकते हैं।
उन्होंने कहा कि लखनऊ की पिच पर दोनों तरफ के स्पिनरों ने अच्छी गेंदबाजी की।
--आईएएनएस