गौतम गंभीर के PA पर बड़ा एक्शन

Update: 2025-02-14 04:59 GMT

फाइल फोटो

नई दिल्ली: भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने ऑस्ट्रेल‍ियाई दौरे के बाद 10 सूत्रीय गाइडलाइन्स जारी की थी. ज‍िसका पालन हाल में इंग्लैंड सीरीज में देखने को मिला. अब इसका पालन किसी व‍िदेशी दौरे पर चैम्प‍ियंस ट्रॉफी 2025 के दौरान होगा.
BCCI इन 10 गाइडलाइन्स को लेकर कितना गंभीर है, इसका सबसे बड़ा उदाहरण निजी कर्मचारियों के रहने की व्यवस्था से लगाया जा सकता है. भारत के हेड गौतम गंभीर के निजी सहायक (PA) जिन्होंने ऑस्ट्रेलिया में गंभीर के साथ रहने के लिए बीसीसीआई अधिकारियों की नाराजगी मोल ली थी, लेकिन उनको अब चुपचाप खिलाड़ियों के साथ एक ही होटल में ना रहने के लिए कहा गया है.
पीटीआई की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि कोचिंग स्टाफ के एक सदस्य का निजी सचिव (PA), जो नियमित रूप से टीम होटल में रहता था, अब एक अलग सुविधा में रहता है, जबकि उसे इंग्लैंड की घरेलू सीरीज के दौरान हर जगह देखा गया था.
हालांकि इस रिपोर्ट में गंभीर का नाम नहीं बताया गया है, लेकिन भारतीय कोचिंग स्टाफ के किसी भी सदस्य के पास (हेड कोच के अलावा) टीम के साथ यात्रा करने वाले PA नहीं हैं. इसके अलावा, हर महत्वपूर्ण टीम मीटिंग में गंभीर के PA की मौजूदगी ने ऑस्ट्रेलिया में बीसीसीआई अधिकारियों को नाराज कर दिया था.
एक नाराज अधिकारी ने पीटीआई से कहा- उनके PA नेशनल सेलेक्टर्स के लिए निर्धारित कार में क्यों बैठे थे? वे कार में किसी अज्ञात तीसरे व्यक्ति के साथ निजी तौर पर चर्चा भी नहीं कर सकते. उन्हें एडिलेड में बीसीसीआई के हॉस्प‍िट‍िलैटी बॉक्स में जगह क्यों आवंटित की गई थी?
इस अध‍िकारी ने यह भी कहा कि PA ने एक फाइव स्टार होटल के घेरे वाले क्षेत्र में नाश्ता कैसे किया? जो सिर्फ टीम के सदस्यों के लिए निर्धारित है.
इंग्लैंड के खिलाफ घरेलू सीरीज के दौरान चीजें तेजी से बदल गईं. गंभीर का PA भारत के मैचों के वेन्यू पर मौजूद था, लेकिन उसने खिलाड़ियों और आधिकारिक समारोहों से दूरी बनाए रखी और अब वह एक अलग होटल में रह रहा है, जो बीसीसीआई के आदेश का सीधा असर है.
भारतीय क्रिकेट के सबसे बड़े सितारों (रोहित शर्मा, विराट कोहली, ऋषभ पंत, केएल राहुल) ने बीसीसीआई के सख्त निर्देशों के बाद रणजी ट्रॉफी मैचों के लिए खुद को उपलब्ध कराया, बोर्ड ने अब खिलाड़ियों को विदेश यात्रा के दिशानिर्देशों की याद दिलाई है.
हालांकि कुछ दिशा-निर्देश इंग्लैंड के खिलाफ घरेलू सीरीज के दौरान पहले ही लागू किए जा चुके हैं, लेकिन सम्पूर्ण दिशा-निर्देश चैम्पियंस ट्रॉफी से पूरी तरह लागू होंगे, क्योंकि बीसीसीआई द्वारा यह निर्देश जारी किए जाने के बाद यह भारत का पहला विदेशी दौरा होगा.
सबसे उल्लेखनीय बदलाव खिलाड़ियों के यात्रा भागीदारों में देखा जाएगा. पिछले कुछ विदेशी दौरों के दौरान, जिसमें ICC इवेंट भी शामिल हैं, कई टॉप क्रिकेटरों के साथ उनके परिवार के सदस्य भी थे, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा.
यह देखते हुए कि दौरे की अवधि तीन सप्ताह से थोड़ी ज्यादा है. 9 मार्च को फाइनल होना है, बीसीसीआई खिलाड़ियों के साथ परिवारों को जाने की अनुमति नहीं देगा. नई गाइडलाइन्स के अनुसार, 45 दिनों या उससे ज्यादा के दौरे के दौरान परिवार अधिकतम दो सप्ताह तक खिलाड़ियों के साथ रह सकते हैं.
किसी भी खिलाड़ी के लिए कोई अपवाद नहीं बनाया जाएगा. हालांकि, बोर्ड अभी भी इस बात पर विचार कर रहा है कि खिलाड़ियों को अपने खर्च पर अपने परिवार को साथ ले जाने की अनुमति दी जाए या नहीं.
निजी स्टाफ (मैनेजर, एजेंट, शेफ) पर भी प्रतिबंध लगा दिए गए हैं, जो पहले टीम और कोचिंग समूह के साथ थे. ऐसा माना जा रहा है कि बीसीसीआई कुछ खिलाड़ियों की विशेष आहार संबंधी आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए कुछ रसोइयों को अपने साथ जोड़ने का प्रयास कर रहा है.
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