टी20 विश्व कप से पहले जान लीजिए चुनी गई भारतीय खिलाड़ियों में क्या है खासियत

ICC T20 World Cup 2021 के लिए पिछले सप्ताह भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड यानी बीसीसीआइ ने अपनी 15 सदस्यीय टीम का एलान किया था।

Update: 2021-09-13 06:13 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क| टी20 विश्व कप से पहले , चुनी गई भारतीय खिलाड़ियों , क्या है खासियत ,Before the T20 World Cup, the Indian players selected, what is the specialtyCC T20 World Cup 2021 के लिए पिछले सप्ताह भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड यानी बीसीसीआइ ने अपनी 15 सदस्यीय टीम का एलान किया था। बीसीसीआइ ने मेगा इवेंट के लिए तीन खिलाड़ियों को रिजर्व के तौर पर भी शामिल किया था। टी20 विश्व कप को शुरू होने में अभी 1 महीने से ज्यादा का समय बाकी है और इससे पहले टी20 विश्व कप में खेलने वाले सभी भारतीय खिलाड़ी पहले आइपीएल में खेलते नजर आएंगे, लेकिन इससे पहले जान लीजिए कि किस खिलाड़ी की खासियत किया है और कौन सा खिलाड़ी किस क्षेत्र में माहिर है।

विराट कोहली

भूमिका: कप्तान, दायें हाथ के मध्यक्रम के बल्लेबाज

खासियत: कप्तान कोहली आक्रामक अंदाज में खेलते हैं। वह किसी भी समय मैच का रुख टीम के पक्ष में कर सकते हैं। वह काफी फिट हैं और मैदान पर टीम में जोश भरते दिखाई देते हैं। वह किसी भी तरह के शाट खेलने में माहिर हैं। वह अपने करियर में पहली बार आइसीसी ट्राफी अपने नाम करने के लिए बेताब हैं। पहली बार वे आइसीसी टी20 विश्व कप में भी कप्तानी करने वाले हैं।

रोहित शर्मा

भूमिका: उप-कप्तान, दायें हाथ के सलामी बल्लेबाज

खासियत: मुंबई का यह सलामी बल्लेबाज काफी खतरनाक है। उन्हें हिटमैन कहा जाता है। पाटा विकेट पर वह माहिर हैं और एक बार उनका बल्ला चल गया तो उन्हें रोकना मुश्किल हो जाता है। उन्होंने 2019 वनडे विश्व कप में पांच शतक जड़े थे। जब तक वह क्रीज पर होते हैं तब कि विरोधी टीमों के लिए सिरदर्द बने रहते हैं। भारत के लिए इस मेगा इवेंट में सबसे अनुभवी खिलाड़ी हैं।

केएल राहुल

भूमिका: दायें हाथ के सलामी बल्लेबाज

खासियत: राहुल टीम को तेज शुरुआत दिलाते हैं। वह पावरप्ले के शुरुआती छह ओवरों का फायदा उठाते हैं। इसके बाद टीम की जरूरत के हिसाब से खेलते हैं। वह जरूरत पड़ने पर विकेटकीपिंग भी कर सकते हैं। इसके अलावा वह अच्छे क्षेत्ररक्षक भी हैं। वह हुक शाट, स्कूप शाट और लंबे-लंबे छक्के मारने का दम रखते हैं। हालांकि, वे पहली बार टी20 विश्व कप खेलने उतरेंगे।

सूर्यकुमार यादव

भूमिका: दायें हाथ के मध्यक्रम के बल्लेबाज

खासियत: आइपीएल में सूर्यकुमार मुंबई इंडियंस की तरफ से खेलते हैं। उन्होंने कई मौकों पर टीम को जीत दिलाई है। आइपीएल के प्रदर्शन के बाद उन्हें टीम इंडिया में जगह मिली और अब वह पहली बार टी20 विश्व कप खेलेंगे। भले ही उन्होंने चार टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले हों, लेकिन उन्हें कम आंकना विपक्षी टीमों की भूल होगी। वह आक्रामक बल्लेबाज हैं और लंबे-लंबे छक्के जड़ते हैं। वह किसी भी गेंदबाज के सामने भयभीत नहीं होते हैं। वह मध्यक्रम में टीम को संभालने की क्षमता रखते हैं।

रिषभ पंत

भूमिका: विकेटकीपर और बायें हाथ के मध्यक्रम के बल्लेबाज

खासियत: रिषभ पंत मध्यक्रम में किसी भी स्थान पर खेल सकते हैं। वह विस्फोटक बल्लेबाज हैं और कप्तान उन्हें टीम की जरूरत के हिसाब से मैदान पर भेजते हैं। जब टीम को तेजी से रन बनाने की जरूरत होती है तब पंत का इस्तेमाल किया जाता है। विकेट के पीछे और लेग साइड से वह रन बनाना ज्यादा पसंद करते हैं। पंत को इस फार्मेट का शानदार बल्लेबाज माना जाता है। वह एक एक्स फैक्टर हैं और उनसे सभी को अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद हैं। धौनी उनके मेंटर रहे हैं और उनके टीम इंडिया से जुड़ने से पंत के प्रदर्शन पर भी बेहतर प्रभाव पड़ेगा।

हार्दिक पांड्या

भूमिका: बल्लेबाजी आलराउंडर

खासियत: गुजरात के आलराउंडर हार्दिक पांड्या में मैच का नक्शा बदलने की ताकत है। वह अंतिम समय में मैदान पर उतरते हैं। टीम को जब तेजी से रनों की जरूरत होती है तब हार्दिक का इस्तेमाल किया जाता है और वह इसमें टीम को निराश नहीं करते। वह तेज गेंदबाजी करके टीम के लिए विकेट भी निकालते हैं। 2018 में चोटिल होने के बाद उन्होंने गेंदबाजी करना बंद कर दिया था, लेकिन हाल में सीमित ओवरों के क्रिकेट में वह गेंदबाजी करते हुए नजर आए। टी20 विश्व कप में उन्हें गेंदबाजी से भी अहम भूमिका निभानी पड़ेगी। वह इसके लिए आइपीएल में खुद को तैयार कर सकते हैं।

इशान किशन

भूमिका: विकेटकीपर बल्लेबाज

खासियत: इशान किशन ने अपनी बल्लेबाजी का जलवा आइपीएल की टीम मुंबई इंडियंस के लिए खेलते हुए दिखाया था। वह आइपीएल में प्रदर्शन के कारण टीम इंडिया के लिए खेले और अब विश्व कप टीम में शामिल हुए। वह प्रतिभाशाली खिलाड़ी हैं और मुंबई इंडियंस के लिए सलामी बल्लेबाज के तौर पर खेलते थे, लेकिन भारतीय टीम में उन्हें मध्यक्रम में खेलने का मौका मिलेगा और वह इसमें भी टीम को निराश नहीं करेंगे। वह टीम की पारी की स्थिति के अनुसार खेलते हैं। रिषभ पंत के फेल होने की स्थिति में वह टीम के पास दूसरे एक्स फैक्टर होंगे।

रवींद्र जडेजा

भूमिका: बायें हाथ के निचलेक्रम के बल्लेबाज और बायें हाथ के स्पिनर

खासियत: अंतिम ओवरों में बड़े शाट खेलने और तेजी से रन जुटाने में माहिर हैं। छोटे प्रारूप में अपनी गेंदों से चौंकाने में भी सक्षम हैं। अपनी बेहतरीन फील्डिंग की वजह से टीम का अहम हिस्सा हैं। यहां तक कि

अक्षर पटेल

भूमिका: बायें हाथ के स्पिनर

खासियत: अक्षर पटेल काफी चतुर गेंदबाज हैं जो हाई आर्म एक्शन के साथ गेंदबाजी करते हैं। वह अचानक से सीधी गेंदों पर विकेट लेने में माहिर हैं। उन्होंने हाल में दिल्ली कैपिटल्स के लिए काफी अच्छा प्रदर्शन किया है, जिसका उन्हें फायदा मिला और वे तीनों फार्मेट में खेलने लगे। अक्षर की गेंद पड़ने के बाद और तेज हो जाती है। वे पहली बार टी20 विश्व कप खेलेंगे।

रविचंद्रन अश्विन

भूमिका: दायें हाथ के आफ स्पिनर

खासियत: चार साल बाद सीमित ओवर प्रारूप में वापसी करने वाले अश्विन के पास गेंदबाजी में काफी विविधताएं हैं। वह गेंद को फ्लाइट देते हैं जिससे गेंद ज्यादा स्पिन होती हैं और बल्लेबाज खेलने के लिए ललचाता है और गलती कर बैठता है। आफ स्पिन के अलावा वह आर्म बाल और कैरम बाल फेंकने में भी माहिर हैं।

जसप्रीत बुमराह

भूमिका: दायें हाथ के तेज गेंदबाज

खासियत: वह तिरछे हाथ के एक्शन के साथ स्वभाविक तेज गति से लगातार आफ स्टंप के बाहर और शार्ट गेंदबाजी से बल्लेबाजों को चकमा देने में माहिर हैं। ब्लाक होल में बेहतरीन यार्कर डालने की क्षमता उन्हें सीमित ओवर क्रिकेट में महत्वपूर्ण बनाती है। वह लगातार 140 किमी प्रतिघंटा से गेंदबाजी करने में सक्षम हैं।

भुवनेश्वर कुमार

भूमिका: दायें हाथ के तेज गेंदबाज

खासियत: भुवनेश्वर बेहतरीन स्विंग गेंदबाज हैं और गेंद को प्रभावी तरीके से दोनों ओर स्विंग कराने में सक्षम हैं, लेकिन आउटस्विंग की तुलना में उनकी इनस्विंग ज्यादा मारक होती है। वह लेट स्विंग कराने में भी माहिर हैं।

मुहम्मद शमी

भूमिका: दायें हाथ के तेज गेंदबाज

खासियत: शमी रिवर्स स्विंग के विशेषज्ञ के रूप में जाने जाते हैं और लगातार 145 से 150 किमी प्रति घंटा के आसपास गेंदबाजी करते हैं। इतनी तेज गति के साथ गेंद को स्विंग कराने की कला उन्हें बेहद खतरनाक बना देती है।

वरुण चक्रवर्ती

भूमिका: स्पिन गेंदबाज

खासियत: आइपीएल की टीम केकेआर के लिए खेलते हैं। रहस्यमयी गेंदबाज के तौर पर पहचान बनाने वाले वरुण स्पिनर होने के बावजूद गेंदबाजी की शुरुआत भी करते हैं। दुबई के हालात में वह उपयोगी गेंदबाज साबित हो सकते हैं।

राहुल चाहर

भूमिका: स्पिन गेंदबाज

खासियत: राजस्थान के लेग स्पिनर हैं। गुगली से बल्लेबाजों को फंसाते हैं। टी-20 में बल्लेबाजों के लिए उन्हें खेलना आसान नहीं होगा। आइपीएल में वह मुंबई इंडियंस से खेलते हैं। वह ज्यादातर समय अपने कप्तान को विकेट निकालकर ही देते हैं।


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