बीसीसीआइ ने भारतीय क्रिकेट बोर्ड ने स्पिनर अंकित चव्हाण पर लगा प्रतिबंध हटाया, आईपीएल में की थी स्पॉट फिक्सिंग
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड यानी बीसीसीआइ ने मुंबई के बाएं हाथ के पूर्व स्पिनर अंकित चव्हाण के फिर से खेलने का रास्ता साफ कर दिया है।
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड यानी बीसीसीआइ ने मुंबई के बाएं हाथ के पूर्व स्पिनर अंकित चव्हाण के फिर से खेलने का रास्ता साफ कर दिया है। चव्हाण को 2013 में एस श्रीसंत के साथ आइपीएल स्पॉट फिक्सिंग कांड में कथित संलिप्तता के लिए क्रिकेट से आजीवन प्रतिबंधित किया गया था। हालांकि, अब करीब 8 साल के बाद उनके खेलने का रास्ता साफ हुआ है, लेकिन आगे की राह अब भी कठिन है।
बीसीसीआइ द्वारा बैन हटाए जाने की पुष्टि खुद अंकित चव्हाण ने की और बताया कि उन्हें मंगलवार शाम को बोर्ड से एक मेल मिला, जिसमें आजीवन प्रतिबंध को खत्म करने की बात कही गई है। पिछले साल बीसीसीआइ के लोकपाल न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) डीके जैन ने श्रीसंत और चव्हाण दोनों के लिए बीसीसीआइ द्वारा लगाए गए आजीवन प्रतिबंध की सजा को सात साल कर दिया था।
श्रीसंत से संबंधित आदेश की प्रति सितंबर 2020 को प्रतिबंध समाप्त होने से पहले ही आ गई थी। वहीं, अंकित चव्हाण को अपना आदेश प्राप्त करने के लिए तीन मई तक इंतजार करना पड़ा। इससे पहले महीने की शुरुआत में चव्हाण ने मुंबई क्रिकेट संघ से बीसीसीआइ को पत्र लिखकर उन्हें मंजूरी पत्र देने का आग्रह किया था। अब जल्द उनको क्रिकेट खेलने की अनुमति मिल जाएगी, लेकिन किस टीम के साथ वे अपने करियर को जारी रखेंगे और कौन उनको मौका देगा। ये देखने वाली बात होगी।
35 साल के अंकित चव्हाण ने साल 2011 से 2013 तक कुल 13 मैच राजस्थान रॉयल्स के लिए खेले थे। इन मैचों में उन्होंने 8 विकेट चटकाए थे। वहीं, घरेलू क्रिकेट में 18 प्रथम श्रेणी और 20 लिस्ट ए मैचों में उन्होंने मुंबई की टीम का प्रतिनिधित्व किया है। प्रथम श्रेणी क्रिकेट में उन्होंने 53 सफलताएं हासिल की हैं, जबकि एकदिवसीय प्रारूप में उनके नाम 18 विकेट दर्ज हैं, लेकिन अब शायद उनका करियर ज्यादा आगे नहीं बढ़ेगा, क्योंकि क्रिकेट में वापसी करना आसान नहीं है।