बार्सिलोना, युवेंटस और रियल मैड्रिड ने कहा- 'यूरोपीय फुटबॉल की सर्वोच्च संस्था के दबाव में नहीं आएंगे'
यूरोपीय फुटबॉल की सर्वोच्च संस्था
बार्सिलोना, रियल मैड्रिड और युवेंटस ने यूरोपीय सुपर लीग शुरू करने के प्रयासों के लिए उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई शुरू करने पर यूएफा की कड़ी आलोचना करते हुए कहा कि वे यूरोपीय फुटबॉल की सर्वोच्च संस्था के दबाव में नहीं आएंगे। इन तीनों क्लबों ने यूरोपीय फुटबॉल को नया स्वरूप देने के अपने प्रयासों का बचाव करते हुए कहा कि बड़े सुधार नहीं होने के कारण यह खेल अपरिहार्य पतन की ओर अग्रसर है।
यूरोप के 12 क्लबों ने सुपर लीग शुरू करने का प्रयास किया था लेकिन बाकी नौ लीग इससे हट गये। बार्सिलोना, रीयाल मैड्रिड और युवेंटस अब भी इस परियोजना से हटने को तैयार नहीं हैं जिसके बाद यूएफा ने सोमवार को उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई शुरू कर दी। इसके कारण इन क्लबों को चैंपियंस लीग से बाहर किया जा सकता है। तीनों क्लब यूरोप की इस शीर्ष प्रतियोगिता के लिये पहले ही क्वालीफाई कर चुके हैं। इन तीनों क्लबों ने संयुक्त बयान जारी करके कहा, "बार्सिलोना, युवेंटस और रियल मैड्रिड सभी एक शताब्दी से भी अधिक पुराने क्लब हैं। वे किसी तरह की जबर्दस्ती या असहनीय दबाव को सहन नहीं करेंगे। ये क्लब सम्मानपूर्वक और संवाद के जरिये समाधान निकालने के लिये चर्चा के लिए तैयार हैं जिसकी फुटबॉल को वर्तमान में जरूरत है।"
उन्होंने कहा, "खुले संवाद के जरिये फुटबॉल के आधुनिकीरण के तरीकों को तलाशने के बजाय यूएफा हमसे अदालती कार्रवाई वापस लेने की उम्मीद कर रहा है जो यूरोपीय फुटबॉल पर उसके एकाधिकार को लेकर सवाल पैदा करता है।" इन क्लबों ने कहा कि या तो हम फुटबॉल में सुधार करें या हमें इसके अपरिहार्य पतन को देखना होगा।