एशेज 2023 का दूसरा टेस्ट काफी विवादों के साथ खत्म हुआ। मैच के 5वें दिन इंग्लैंड के बल्लेबाज जॉनी बेयरस्टो के विकेट ने तो खूब सुर्खियां बटोरी। दरअसल, पहले सेशन के दौरान ऑस्ट्रेलियाई विकेट कीपर ऐलेक्स कैरी ने जॉनी बेयरस्टो को क्रीज से बाहर होने पर रन आउट कर दिया। इसको लेकर क्रिकेट जगत दो टुकड़ों में बंट गया है। एक पक्ष का कहना है कि बेयरस्टो का रन लेने का कोई इरादा नहीं था ऐसे में खेल भावना को ध्यान में रखते हुए ऐलेक्स कैरी को उन्हें रन आउट नहीं करना चाहिए थे, वहीं एक पक्ष का यह कहना है कि बेयरस्टो ने बॉल को डेड किए जाने से पहले क्रीज छोड़ी जिस वजह से उन्हें रन आउट किया गया। आइए अब हम आपको बताते हैं नियमों के हिसाब से जॉनी बेयरस्टो का यह रन आउट कितना सही और कितना गलत था-
एमसीसी के क्रिकेट नियमों के नियम 20.1.2 के अनुसार, 'गेंद को तब डेड माना जाएगा जब बॉलिंग एंड पर खड़ा अंपायर यह साफ नहीं कर देता कि फील्डिंग साइड और दोनों बल्लेबाज जो विकेट पर मौजूद हैं उन्होंने खेलना बंद नहीं कर दिया है।'
इस नियम का मतलब यह है कि जब तक फील्डिंग टीम और बल्लेबाज दोनों प्ले में हैं तब तक गेंद डेड नहीं मानी जाती। उदहारण के लिए, अगर विकेट कीपर गेंद पकड़ने के बाद बॉलिंग एंड पर फेंकता है और उस दौरान गेंदबाज बॉल को नहीं पकड़ पाता तो बल्लेबाज रन ले सकते हैं क्योंकि गेंद प्ले में है। ऐसा ही कुछ जॉनी बेयरस्टो के साथ भी हुआ।
बेयरस्टो का यह रन आउट इंग्लैंड की पारी के 52वां ओवर में हुआ जब वह कप्तान बेन स्टोक्स के साथ टीम को संभाल रहे थे। कैमरन ग्रीन की आखिरी गेंद पर डक करते हुए बेयरस्टो ने गेंद को छोड़ा, मगर गेंद के विकेट कीपर के पास पहुंचने से पहले उन्होंने क्रीज छोड़ दी। गेंद उस समय प्ले में थी जिस वजह से कैरी ने तुरंत विकेट पर अपना निशाना लगाते हुए बेयरस्टो को रन आउट किया। गेंद प्ले में होने की वजह से यह नहीं देखा जाएगा कि बल्लेबाज का रन लेने का इरादा था या नहीं, जब तक गेंद प्ले में है तब तक बल्लेबाज अपनी क्रीज नहीं छोड़ सकता।