नागपुर। बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के तहत यहां के विदर्भ क्रिकेट एसोसिएशन स्टेडियम में खेले जा रहे पहले टेस्ट मैच के पहले दिन का खेल खत्म होने पर 1 विकेट पर 77 रन बना लिए हैं। कप्तान रोहित शर्मा ने बेहतरीन अर्धशतकीय पारी खेलते हुए नाबाद 56 रन बनाए, जबकि अश्विन बिना खाता खोले नाबाद हैं। भारत की तरफ से एकमात्र विकेट केएल राहुल का गिरा जो 20 रन बनाकर टॉड मर्फी का शिकार बने।
इससे पहले ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी 177 रनों पर सिमट गई। ऑस्ट्रेलिया के लिए मार्नश लाबुशेन ने 49, स्टीव स्मिथ ने 37,एलेक्स कैरी ने 36 और पीटर हैंड्सकॉम्ब ने 31 रन बनाए। भारत की तरफ से रवीन्द्र जडेजा ने 5 विकेट लिए।
इस मैच में ऑस्ट्रेलियाई कप्तान पैट कमिंस ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। ऑस्ट्रेलिया की शुरुआत खराब रही और दूसरे ही ओवर में मोहम्मद सिराज ने सलामी बल्लेबाज उस्मान ख्वाजा (01) को बोल्ड कर भारत को पहली सफलता दिलाई। तीसरे ओवर में मोहम्मद शमी ने डेविड वॉर्नर (01) को बोल्ड कर भारत को दूसरी सफलता दिलाई।
इसके बाद लाबुशेन और स्टीव स्मिथ ने तीसरे विकेट के लिए 82 रनों की साझेदारी की। इस साझेदारी को तोड़ा रवीन्द्र जडेजा ने। जडेजा ने पहले मार्नस लाबुशेन को श्रीकर भरत के हाथों स्टम्प कराया और उसके बाद मैट रेनशॉ को एलबीडब्ल्यू कर ऑस्ट्रेलिया को दो लगातार झटके दिये। लाबुशेन ने 49 रन बनाए, जबकि रेनशॉ ने खाता भी नहीं खोला।
जडेजा ने इसके बाद 109 के कुल स्कोर पर स्मिथ को बोल्ड कर ऑस्ट्रेलिया को पांचवां झटका दिया। स्मिथ ने 37 रन बनाए। एलेक्स कैरी और पीटर हैंड्सकॉम्ब ने इसके बाद छठे विकेट के लिए 53 रनों की साझेदारी की। अश्विन ने 162 के कुल स्कोर पर कैरी को बोल्ड कर यह साझेदारी तोड़ी। कैरी ने 36 रन बनाए।
अश्विन ने इसके बाद कप्तान पैट कमिंस (06) को बोल्ड कर ऑस्ट्रेलिया को सातवां झटका दिया। जडेजा ने 174 के कुल स्कोर पर टॉड मर्फी (00) को एलबीडब्ल्यू कर मैच में अपना चौथा विकेट लेते हुए ऑस्ट्रेलिया को आठवां झटका दिया। 176 के कुल स्कोर पर जडेजा ने पीटर हैंड्सकॉम्ब (31) को एलबीडब्ल्यू कर मैच में अपने पांच विकेट पूरे किये। 177 के कुल स्कोर पर अश्विन ने स्कॉट बौलैंड (01) को बोल्ड कर ऑस्ट्रेलियाई पारी का अंत किया।
भारत के लिए रवीन्द्र जडेजा ने 5, रविचंद्रन अश्विन ने 3, मोहम्मद शमी और मोहम्मद सिराज ने 1-1 विकेट लिया।
भारतीय अनुभवी ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन सबसे तेज 450 टेस्ट विकेट लेने वाले दूसरे गेंदबाज बन गए हैं। अश्विन ने यह उपलब्धि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ नागपुर में खेले जा रहे पहले टेस्ट मैच के पहले दिन हासिल की।
अश्विन ने 88 टेस्ट मैचों में यह उपलब्धि हासिल की है। वहीं, श्रीलंका के महान मुथैया मुरलीधरन ने 80 मैचों में यह उपलब्धि हासिल की थी।
अश्विन ने एलेक्स कैरी को बोल्ड कर टेस्ट क्रिकेट में 450 विकेट पूरे किये। वह अनिल कुंबले के बाद 450 टेस्ट विकेट लेने वाले दूसरे भारतीय गेंदबाज बन गए। अश्विन ने इसके बाद ऑस्ट्रेलियाई कप्तान पैट कमिंस को आउट कर एक और विकेट लिया।
अश्विन का टेस्ट डेब्यू 2011 में वेस्टइंडीज के खिलाफ दिल्ली में हुआ था। अश्विन ने इस मैच की पहली पारी में 81 रन देकर तीन और दूसरी पारी में 47 रन देकर 6 विकेट लिया था। उनके प्रदर्शन के लिए उन्हें मैन ऑफ द मैच चुना गया था। भारत ने यह मैच पांच विकेट से जीता था।
नागपुर टेस्ट मैच की बात करें तो इस मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। समाचार लिखे जाने तक ऑस्ट्रेलिया ने 8 विकेट पर 175 रन बना लिए हैं।