ऑस्ट्रेलिया के गेंदबाज का टेस्ट सीरीज पर बड़ा बयान... विराट कोहली के बारे में कही ऐसी बात
भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच टेस्ट सीरीज की तारीखें जैसे जैसे करीब आ रही हैं , इसे लेकर हलचल भी तेज हो रही है.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क | भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच टेस्ट सीरीज की तारीखें जैसे जैसे करीब आ रही हैं , इसे लेकर हलचल भी तेज हो रही है. क्रिकेट से जुड़ा हर शख्स सीरीज को लेकर अपनी बात बेबाकी के साथ रख रहा है. और ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कोच जॉन बुकानन इस कड़ी में सबसे नए हैं. उन्होंने टेस्ट सीरीज, उसमें विराट कोहली के न खेलने और दोनों टीमों की गेंदबाजी को लेकर अपना रुख स्पष्ट किया है.
पिछली भिड़ंत से कम नहीं होगी ये सीरीज
कभी ऑस्ट्रेलिया के कोच रह चुके बुकानन ने कहा कि इस सीरीज में भी फाइट उतनी ही जबरदस्त होगी, जितनी भारत के पिछले ऑस्ट्रेलिया दौरे पर रही थी. बेशक, वॉर्नर और स्मिथ के जुड़ने से ऑस्ट्रेलिया का टीम कॉम्बिनेशन तोड़ा दुरुस्त हुआ है पर इससे मुकाबले के स्टैंडर्ड पर फर्क नहीं पड़ेगा.
विराट के न होने से ऑस्ट्रेलिया को फायदा
टाइम्स ऑफ इंडिया से बातचीत में जॉन बुकानन ने विराट कोहली के आखिरी 3 टेस्ट में न खेलने से सीरीज में ऑस्ट्रेलिया को मिलने वाले फायदे पर भी गौर फरमाया. उन्होंने कहा कि बेशक ये मेजबान ऑस्ट्रेलिया के लिए फायदे का सौदा रहेगा. पिछली सीरीज में कोहली का प्रदर्शन दमदार रहा था. हालांकि, उस सीरीज के सबसे बड़े स्कोरर पुजारा रहे थे पर कोहली का फील्ड पर होना ही बड़ी बात होती है. फील्ड से लेकर ड्रेसिंग रूम तक टीम इंडिया विराट को मिस करेगी.
गेंदबाजी में ऑस्ट्रेलिया का पलड़ा थोड़ा भारी
जहां तक दोनों टीमों की गेंदबाजी लाइन-अप का सवाल है तो इस मौर्चे पर बड़ी ही ईमानदारी के साथ बुकानन ने ऑस्ट्रेलिया के पलड़े को हल्का सा बीस आंका है. हालांकि, उन्होंने ये कहने से इंकार नहीं किया कि भारत की बॉलिंग में भी जान है. पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कोच के मुताबिक बुमराह का जोश हाई है. उन्हें सपोर्ट करने को उमेश की रफ्तार है तो अनुभव के साथ शमी की स्विंग भी ताकत देती दिखेगी. इसके अलावा स्पिन डिपार्टमेंट में टीम इंडिया के पास चहल और कुलदीप की जोड़ी कभी भी कयामत ढा सकती है. बता दें कि बुकानन से पहले ग्लेन मैक्ग्रा ने भी गेंदबाजी में ऑस्ट्रेलिया के दमखम को थोड़ा ऊपर रखा था. और, उन्होंने इसकी वजह बताते हुए उनके खेमें में एक बाएं हाथ के तेज गेंदबाज के होने को फैक्टर बताया था.