24 साल बाद ऑस्ट्रेलिया रच सकती है इतिहास, मेजबान विश्व विजेता बनने का सुनहरा मौका
खेल: मौजूदा समय में फीफा विमेंस वर्ल्ड कप खेला जा रहा है। वहीं इस बार 24 साल बाद ऑस्ट्रेलियाई टीम के सामने इतिहास रचने का मौका है। दरअसल, बीते 24 सालों से कोई भी मेजबान देश अब तक विश्व चैंपियन नहीं बन सका है। 1999 में अमेरिका ने ये उपलब्धि अपने नाम की थी। इसलिए इस बार ये इतिहास दोहराने का मौका ऑस्ट्रेलिया के पास है। हालांकि, सेमीफाइनल में उसके सामने बेहद मजबूत यूरोपियन चैंपियन इंग्लैंड है। जो 2003 की उपविजेता रही है।
बता दें कि, ऑस्ट्रेलिया इस वर्ल्ड कप में न्यूजीलैंड के साथ सह- मेजबान है। आखिरी बार मेजबान टीम फीफा महिला वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में 2003 में पहुंची थी। जो कि अमेरिका थी। अमेरिका ने 1999 और 2003 वर्ल्ड कप की मेजबानी की थी। जिसके बाद 1999 में वो विजेता बनीं और 2003 में चौथे स्थान पर रही।
वहीं अब ऑस्ट्रेलिया 20 साल बाद सेमीफाइनल में पहुंचने वाली मेजबान टीम बनी है। हालांकि, ऑस्ट्रेलिया की सेमीफाइनल में पहुंची चारों टीमों में सबसे कम रैंकिंग 12 है, लेकिन उसने क्वार्टर फाइनल में फ्रांस जैसी टीम को पेनाल्टी शूटआउट में 7-6 से पराजित किया।
इंग्लैंड की कोचिंग सरीना विगमैन के हाथों में
सिडनी स्टेडियम में ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच सेमीफाइनल मुकाबला खेला जाएगा। इस मुकाबले को देखने के लिए 80 हजार से ज्यादा दर्शकों के आने की उम्मीद जताई जा रही है। इंग्लैंड की टीम की कोच सरीना विगमैन हैं और वो चारों टीमों में एकमात्र महिला कोच हैं। विगमैन का रिकॉर्ड बेहद शानदार है। उनकी कोचिंग में पिछले 37 मैचों में इंग्लैंड ने सिर्फ एक मैच हारा है, लेकिन ये हार भी उसे चार महीने पहले ऑस्ट्रेलिया के हाथों 0-2 से देखने को मिली थी।
इसके अलावा स्वीडन सेमीफाइनल में पहुंची चारों टीमों में सर्वोच्च रैंकिंग तीन की टीम है। ये टीम 2003 वर्ल्ड कप के फाइनल में पहुंची और 2011, 2019 में तीसरे स्थान पर रही। टोक्यो ओलंपिक के फाइनल में उसे कनाड़ा के हाथों फाइनल में हार का सामना करना पड़ा था। वहीं स्वीडन का सामना अब मंगलवार को पहली बार सेमीफाइनल में पहुंचने वाली स्पेनिश टीम से होगा।