Asian Champions Trophy: आज भारत-पाकिस्तान मुकाबला, सेमीफाइनल में जगह बनाने उतरेगी भारतीय हॉकी टीम

एशियाई चैंपियंस ट्रॉफी में धीमी शुरुआत के बाद अपनी लय हासिल करने वाली मौजूदा चैंपियन भारतीय हॉकी टीम शुक्रवार को चिर-प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान के खिलाफ उतरेगी।

Update: 2021-12-16 18:30 GMT

एशियाई चैंपियंस ट्रॉफी में धीमी शुरुआत के बाद अपनी लय हासिल करने वाली मौजूदा चैंपियन भारतीय हॉकी टीम शुक्रवार को चिर-प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान के खिलाफ उतरेगी। टीम इंडिया टूनामेंट में अपने तीसरे राउंड रॉबिन मैच में भी प्रयोग करना जारी रखेगी। अगर भारत जीता तो पांच देशों के इस टूर्नामेंट के सेमीफाइनल में भी जगह पक्की कर लेगा।

पहले मैच के बाद भारतीय टीम ने की वापसी
ओलंपिक कांस्य पदक विजेता भारत टूर्नामेंट की अच्छी शुरुआत नहीं कर पाया था। उसने पहले मैच में कोरिया को वापसी का मौका दिया और आखिर में यह मैच 2-2 से ड्रॉ पर छूटा। हालांकि टीम इंडिया अगले मैच में बुधवार को बांग्लादेश के खिलाफ पूरी तरह से बदली हुई नजर आई और उन्होंने एकतरफा मुकाबले में 9-0 से जीत दर्ज की।
भारतीय फॉरवर्ड शानदार फॉर्म में
स्ट्राइकर दिलप्रीत सिंह ने मैदानी गोल से हैट्रिक जमाई जबकि जरमनप्रीत सिंह ने भी दो गोल किए। इस मैच में भी ग्राहम रीड की कोचिंग वाली भारतीय टीम ने पेनाल्टी कॉर्नर में उप कप्तान हरमनप्रीत सिंह और वरुण कुमार की सीधी फ्लिक के बजाय अलग-अलग तरीके आजमाकर प्रयोग किए थे।
बांग्लादेश के खिलाफ भारत का शानदार प्रदर्शन
बांग्लादेश के खिलाफ भारतीय टीम ने शुरू से आखिर तक दबदबा बनाए रखा और पाकिस्तान के खिलाफ भी वह ऐसा ही प्रदर्शन जारी रखने की कोशिश करेगी। हरमनप्रीत की अगुवाई में भारतीय डिफेंडर्स ने अच्छा खेल दिखाया, जबकि कप्तान मनप्रीत सिंह ने मिड फील्ड में अहम भूमिका निभाई है।
पाकिस्तान के खिलाफ भी उसे मुस्तैद रहना होगा। भारतीय फॉरवर्ड ने भी टूर्नामेंट में अब तक अच्छा प्रदर्शन किया है। ललित उपाध्याय ने तीन गोल किए हैं, जबकि टोक्यो ओलंपिक की टीम में जगह नहीं बना पाने वाले आकाशदीप सिंह ने भी बुधवार को एक गोल दागा।
पाकिस्तान को कम नहीं आंक सकते
हालांकि, इसका मतलब यह नहीं है कि भारत शुक्रवार को सहज होकर खेल सकता है और वह भी पाकिस्तान के खिलाफ जिसका हॉकी में शानदार रिकॉर्ड रहा है। हालांकि पिछले कुछ वर्षों से उसके खेल में गिरावट आई है। पाकिस्तान ने ओलंपिक में तीन स्वर्ण, तीन रजत और दो कांस्य पदक जीते हैं और टोक्यो ओलंपिक के लिए क्वालिफाई करने में नाकाम रहने के बाद वह विश्व हॉकी में अपने पैर जमाने के लिए बेताब होगा।
पेपर में पाकिस्तान का पलड़ा भारी
मस्कट में एशियाई चैंपियंस ट्रॉफी 2018 में फाइनल बारिश की भेंट चढ़ जाने के कारण भारत और पाकिस्तान को संयुक्त विजेता घोषित किया गया था। रिकॉर्ड को देखकर पाकिस्तान का पलड़ा भारी लगता है, लेकिन वर्तमान फॉर्म पर गौर करें तो भारत जीत के प्रबल दावेदार के रूप में शुरुआत करेगा।

एशियाड में नौ फाइनल हुए हैं दोनों टीमों के बीच
भारत और पाकिस्तान ने पहले सात एशियाई खेलों के हॉकी फाइनल में एक-दूसरे का सामना किया था। एशियाई खेलों में उन्होंने एक दूसरे के खिलाफ कुल नौ फाइनल खेले हैं, जिसमें पाकिस्तान ने सात और भारत ने दो स्वर्ण पदक जीते। दोनों देशों ने 1956 से 1964 तक लगातार तीन ओलंपिक फाइनल में जगह बनाई थी।
भारत पहले और पाकिस्तान चौथे स्थान पर
इनमें से भारत ने दो, जबकि पाकिस्तान ने एक बार जीत दर्ज की थी। पिछली बार इन दोनों टीमों के बीच मुकाबला एशियाई चैंपियंस ट्रॉफी के लीग चरण में हुआ था जहां भारत ने 3-1 से जीत हासिल की थी। भारतीय टीम ने अभी तक दो मैचों में कोरिया और बांग्लादेश के खिलाफ 11 गोल किए हैं। चार अंक लेकर भारत अंक तालिका में शीर्ष पर है। पाकिस्तान ने जापान से गोलरहित ड्रॉ खेला था और वह चौथे स्थान पर है।

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