भारतीय मूल के अर्जन भुल्लर फाइटर ने MMA चैम्पियनशिप में खिताब जीतकर रचा इतिहास
कनाडा के अर्जन भुल्लर ने शनिवार को एमएमए चैम्पियनशिप में बड़ी जीत हासिल की है.
कनाडा के अर्जन भुल्लर ने शनिवार को एमएमए चैम्पियनशिप में बड़ी जीत हासिल की है. उन्होंने ब्रैंडन वेरा को मात देकर एमएमए हैवीवेट विश्व चैम्पियन का खिताब हासिल किया है. इसी के साथ वह एमएमए प्रमोशन में यह खिताब जीतने वाले भारतीय मूल के पहले फाइटर बन गए हैं. पांच राउंड के इस मुकाबले में अर्जन ने अपने विरोधी को दूसरे राउंड में ही परास्त कर दिया. कौन हैं अर्जन और क्या है उनका भारत से नाता बताते हैं
अर्जन का नाता पंजाब के जालंधर शहर के पास बसे गांव भुल्लर से है. एमएमए में आने से पहले वह कुश्ती खेला करते थे. उन्होंने लंदन ओलिंपिक-2012 में हिस्सा लिया था. कुश्ती छोड़ने के बाद उन्होंने एमएमए का रुख किया और अब खिताब जीत अपना एक और सपना पूरा किया.
भारत से अर्जन का एक और नाता है. वह भारत की राजधानी नई दिल्ली में 2010 में हुए राष्ट्रमंडल खेलों में हिस्सा ले चुके हैं. इन खेलों में अर्जन ने न सिर्फ हिस्सा लिया था बल्कि 120 किलोग्राम फ्रीस्टाइल भारवर्ग में स्वर्ण पदक भी जीता. तब से उन्होंने अपने गांव से नाता जोड़े रखा है. वह जब यूएफसी में जाते हैं तो रिंग तक पकड़ी पहन कर जाते हैं. साथ ही अपने साथ गदा लेकर भी जाते हैं. यह वो गदा है जो उन्हें एक बार दंगल जीतने पर मिली थी.
वेरा के खिलाफ मुकाबले में भी वह इसी तरह गए थे. हैवीवेट में वेरा का दबदबा था. वह 2016 से इस खिताब को अपने पास रखे थे. दोनों के बीच यह मुकाबला पिछले साल मार्च में होना था लेकिन कोविड-19 के कारण यह स्थगित कर दिया गया था.