200 मीटर रेस का स्वर्ण पदक जीतने के बाद अमलान बोरगोहेन ने जापानी एनीमे को प्रेरणा स्रोत बताया
अमलान बोरगोहेन इतने जबरदस्त प्रतिद्वंदी हैं कि किसी से पीछे रहना उन्हें मंजूर नहीं
अमलान बोरगोहेन इतने जबरदस्त प्रतिद्वंदी हैं कि किसी से पीछे रहना उन्हें मंजूर नहीं. फेडरेशन कप में मंगलवार को अपने हीट में दूसरे स्थान पर रहने के बाद वह काफी निराश थे. इसके बाद उन्होंने फाइनल मुकाबले को ध्यान में रखते हुए कोच जेम्स हिलियर और मनोवैज्ञानिक से लंबी बात की. 6 अप्रैल को अमलान 200 मीटर रेस में गोल्ड मेडल जीतने में सफल रहे. उन्हें स्वर्ण पदक जीतने के लिए कहां से प्रेरणा मिली इसके बारे में बताया है.
केरल के कोझिकोड में खेले जा रहे भारत के प्रमुख एथलेटिक्स टूर्नामेंन फेडरेशन कप में बुधवार को अमलान बोरगोहेन ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 200 मीटर की रेस में गोल्ड मेडल हासिल किया. इस दौरान अमलान ने मोहम्मद अनस याहिया का नेशनल रिकॉर्ड तोड़ दिया. 23 वर्षीय अमलान ने 200 मीटर की दूरी 20.52 सेकंड में पूरी की. उन्हें वापसी करने और 200 मीटर का फाइनल जीतने के लिए क्या एनीमे (जापानी एनिमेशन) ने प्रेरित किया.
गोकू के किरदार से मिली प्रेरणा
भुवनेश्वर के रिलायंस फाउंडेशन हाई-परफॉर्मेंस सेंटर में ट्रेनिंग लेने वाले अमलान का कहना है, 'मैं जापानी एनीमे का बहुत बड़ा प्रशंसक हूं. मैं ड्रैग बॉल जैड देखता हूं और उसमें गोकू के किरदार से काफी प्रेरणा मिलती है. मैंने इसके बहुत सारे एपिसोड देखे हैं. इससे मेरा उत्साह बढ़ा.' उन्होंने आगे कहा, 'एनीमे ने मुझे एक बात सिखाई है वह ये कि इसकी कोई सीमा नहीं होती. इसलिए मैं हर दिन खुद को आगे बढ़ाता हूं.
23 साल के अमलान ने बीते वर्ष सीनियर नेशनल ओपन खिताब 20.75 सेकंड के साथ जीता था. यह भारत का पांचवां सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन था. उसके बाद कोच हिलियर ने उन्हें तकनीक और दौड़ की रणनीति में सुधार करने में मदद की. 6 मार्च को फेडरेशन कप में 200 मीटर की रेस में उन्होंने मोहम्मद अनस याहिया के रिकॉर्ड तो पीछे छोड़ते हुए स्वर्ण पदक जीता.