शेन वॉर्न के बाद नासिर हुसैन ने भी विराट कोहली की तारीफ
इंग्लैंड के खिलाफ चौथे टेस्ट में 157 रन से शानदार जीत दर्ज करने के बाद भारतीय कप्तान विराट कोहली की हर कोई खूब तारीफ कर रहा है।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क| इंग्लैंड के खिलाफ चौथे टेस्ट में 157 रन से शानदार जीत दर्ज करने के बाद भारतीय कप्तान विराट कोहली की हर कोई खूब तारीफ कर रहा है। ऑस्ट्रेलिया के दिग्गज स्पिनर शेन वॉर्न के बाद अब इंग्लैंड के पूर्व कप्तान नासिर हुसैन भी विराट भी तारीफ करने से खुद को नहीं रोक पा रहे हैं। भारत ने चौथा टेस्ट जीतने के बाद पांच मैचों की टेस्ट सीरीज में 2-1 की बढ़त बना ली है। हुसैन ने कहा कि कोहली ने अपनी कप्तानी की परीक्षा पूरे अंकों के साथ पास की क्योंकि अंतिम दिन तीनों परिणाम संभव थे।
नासिर हुसैन ने द डेली मेल के लिए अपने कॉलम में लिखा, 'हर गेंदबाजी बदलाव ने काम किया, और इसी तरह उन्होंने मैदान में हर तरह का बदलाव किया। चायकाल के बाद जब दूसरी बार नई गेंद ली गई तो विकेट सीधी सपाट होने लगी, जिसमें उमेश यादव ने क्रैग ओवर्टन को आउट किया। एक तरह से यह कोहली का एक मिडास टेस्ट था। उन्होंने मैच के अंतिम दिन जो कुछ भी किया वह कामयाब रहा, या यू कहें कि उन्होंने जिसे भी छुआ वह सोना बन गया। ऑस्ट्रेलिया को उसके ही घर में हराने के बाद भारत अब एक ऐतिहासिक सीरीज जीत से एक जीत दूर है।'
विराट कोहली पहले ऐसे कप्तान बन गए हैं, जिन्होंने इंग्लैंड में तीन टेस्ट मैचों में मिली जीत में भारतीय टीम की कप्तानी की है। भारत ने 1986 के बाद से पहली बार इंग्लैंड में कई टेस्ट मैच जीते हैं। हुसैन ने अपने स्पिनरों का उपयोग करने वाले दो कप्तानों के बीच के अंतर को भी बयां किया। उन्होंने इस मामले में जो रूट की आलोचना की, जिन्होंने मोईन अली को बहुत देर बाद गेंदबाजी के मोर्चे पर लगाया। उन्होंने कहा कि कोहली ने एक छोर पर स्पिन के साथ और दूसरे छोर पर अपने तेज गेंदबाजों को लगाए रखा।
उन्होंने कहा, 'कोहली ने भी जडेजा का चतुराई से इस्तेमाल किया। लेकिन रूट चौथे दिन मोईन अली के साथ ऐसा करने में नाकाम रहे। अपने स्पिनर को एक छोर पर रखकर, भारत के कप्तान ने दूसरे छोर पर तेज गेंदबाजों को गेंदबाजी अटैक पर लगाए रखा। इंग्लैंड के कप्तान ने मोईन को नजरअंदाज किया। रूट ने अपने तेज गेंदबाजों को मैदान में उतारा।'