हनीमून प्लानिंग,School से लेकर अन्यत्र बातचीत के बाद शादी तय करना सबसे जरूरी

Update: 2024-08-21 10:05 GMT
Lifetyle. लाइफस्टाइल: शादी फिक्स होने के बाद कपल्स बातचीत (Pre wedding Communication) तो करते हैं लेकिन कई बार उन मुद्दों पर नहीं जिन्हें लेकर अक्सर बहसबाजी और झगड़े होते हैं। पैसे जॉब मायके वालों की बहुत ज्यादा दखलअंदाजी जैसी चीजें कई बार अलगाव की सिचुएशन बना देती हैं। अगर आप चाहती हैं शादी के बाद आपका वैवाहिक जीवन सुखमय रहे तो इन टॉपिक्स पर पार्टनर से पहले ही कर लें बातचीत। लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। बदलते समय के साथ सोसाइटी में भी कई तरह के बदलाव देखने को मिल रहे हैं। पढ़ाई, पहनावे से लेकर खानपान, फिटनेस यहां तक की शादी-ब्याह के भी तौर-तरीकों में भी इन बदलावों को साफतौर पर देखा जा सकता है। पहले जहां शादी फिक्स होने के बाद कपल्स सीधे शादी वाले दिन ही एक-दूसरे से मिलते थे, वहीं अब आपके पास एक-दूसरे से बातचीत करने और मिलने की स्वतंत्रता है, जिसकी मदद से आपको पार्टनर को और अच्छी तरह से जानने-समझने का मौका मिलता है, जो सुखी वैवाहिक जीवन जीने के लिए जरूरी है। शादी फिक्स हो जाने के बाद अगर आपको होने वाले पार्टनर से बातचीत करने की इजाजत है, तो इस मौके को ऐसे ही न जाने दें। उनसे लाइफ के इन जरूरी टॉपिक्स पर जरूर डिस्कशन करें।
जॉब के साथ जरूरतें (Job Planning) अगर आप जॉब करती हैं, तो भविष्य में इससे ससुराल वालों को तो कोई आपत्ति नहीं होगी, इसके बारे में क्लियर बातचीत करें। आजकल वर्क कल्चर भी बहुत बदल चुका है। टारगेट के चक्कर में कई बार अपनी शिफ्ट से ज्यादा ऑफिस में रुकना पड़ जाता है, कई बार छुट्टी वाले दिन भी काम करना पड़ जाता है, ऑफिस इवेंट या पार्टी का हिस्सा बनना पड़ता है, तो ऐसी सिचुएशन में घर-परिवार कैसे मैनेज करेंगे। इन सबके बारे में पार्टनर की राय जानने की कोशिश करें। फाइनेंशियल कंडीशन (Financial Condition) वर्किंग कपल्स के बीच पैसों को लेकर भी कई बार
बहसबाजी
हो जाती है। ऐसी बहस जो अलगाव में भी बदल सकती है, तो ऐसी सिचुएशन आपके रिलेशनशिप में न आए, इसके लिए बेहतर होगा कि आप शादी से पहले (Pre-Wedding Communication) फाइनेंस को लेकर भी अपने व्यू क्लियर रखें। साथ ही एक-दूसरे के फाइनेंशियल कंडीशन के बारे में भी थोड़ा जानकारी रखें। फ्यूचर प्लान्स (Future Plans) शादी से पहले होने वाली मीटिंग्स में अपने फ्यूचर प्लान्स के बारेे में भी पार्टनर को बताएं। अगर आगे पढ़ाई का इरादा है या नौकरी छोड़कर फुल फैमिली पर फोकस करना चाहती हैं, तो ये सारी बातें पार्टनर से जरूर डिस्कस करें। शादी के बाद कपल्स को एक-दूसरे के साथ एडजस्ट करने में कई बार बहुत लंबा वक्त लग जाता है और इस पीरियड में होने वाली बहसबाजियां ऐसी दूरियां बना देती हैं कि कई बार उसे कम करना मुश्किल लगने लगता है। पहले से की गई बातचीत से ऐसी सिचुएशन की नौबत नहीं आती।
Tags:    

Similar News

-->