IROSC के दौरान 9 साल के नन्हे निशानेबाज़ अर्नव भसीन ने जीता सिल्वर मेडल

राजस्व विभाग की संस्था IROSC ने चौथी इंडियन रेवेन्यू ओपन शूटिंग चैम्पियनशिप का आयोजन किया. दिल्ली और कई राज्यों से आए निशानेबाज़ों ने पुरजोशी के साथ इस मुकाबले में शिरकत की. हालांकि पिछली बार के मुकाबले इस बार काफी कम निशानेबाज़ इस प्रतियोगिता में शिरकत कर रहे हैं.

Update: 2021-08-24 14:33 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क :- टोक्यो ओलम्पिक में भले ही भारतीय निशानेबाज़ों का प्रदर्शन निराशाजनक रहा हो, लेकिन देश में निशानेबाज़ी का जोश बरकरार है. मुकाबले में नौ साल के नन्हे निशानेबाज़ अर्नव भसीन ने भी निशाना लगाया. लंबे अरसे के बाद निशानेबाज़ी के मुकाबले में हिस्सा लेते हुए वसंत कुंज के जीडी गोयनका स्कूल के छात्र अरनव ने इस मुकाबले में सिल्वर मेडल जीता. इससे इस शूटर के हौसले बुलंद हैं. कोरोना महामारी का असर देश में होने वाली खेल प्रतियोगिताओं पर सीधे तौर पर पड़ा है और लॉकडाउन के दौरान खेल आयोजन लंबे समय तक बंद रहा. लेकिन अब हालात बदलने लगे हैं, राजस्व विभाग की संस्था IROSC ने चौथी इंडियन रेवेन्यू ओपन शूटिंग चैम्पियनशिप का आयोजन किया. दिल्ली और कई राज्यों से आए निशानेबाज़ों ने पुरजोशी के साथ इस मुकाबले में शिरकत की. हालांकि पिछली बार के मुकाबले इस बार काफी कम निशानेबाज़ इस प्रतियोगिता में शिरकत कर रहे हैं.

10 मीटर पिस्टल बॉयज़ सिटिंग मुकाबले में 388 अंक के साथ हर्षित राणा ने गोल्ड मेडल जीता. 367 अंकों के स्कोर के साथ अर्नव भसीन को सिल्वर और हितेश (340) ने ब्रॉन्ज़ मेडल जीता. वहीं 10 मीटर पिस्टल सीनियर मेन मुकाबले में फरीद अली ने 373 अंकों के साथ गोल्ड मेडल अपने नाम किया. तपनजीत सिंह मक्कड़ (370) ने सिल्वर मेडल और प्रवीण सेजवाल (368) ने ब्रॉन्ज़ मेडल पर कब्जा किया. इस मुकाबले के आयोजक और CGST विभाग के सुपरिंटेंडेंट अर्जुन चंद्र महर्षि ने बताया कि पिछली बार इस सालाना मुकाबले में 800 से ज्यादा निशानेबाज़ों ने शिरकत की थी. इस बार कोरोना की वजह से सिर्फ 200 के करीब प्रतियोगी रहे. हमने सोशल डिस्टेंसिंग और सभी सरकारी गाइडलाइंस का पालन किया है. यहां मेडल जीतने वालों को मेडल के साथ ही कैश अवार्ड देकर सम्मानित किया जाएगा.'
ये शूटिंग चैम्पियनशिप पंजाबी बाग के गुरु हरकिशन पब्लिक स्कूल में स्थित विक्की शूटिंग स्पोर्ट्स एकेडमी में आयोजित की गई. यहां के कोच विक्रम सिंह ने कहा कि हाल ही में संपन्न हुए टोक्यो ओलिंपिक में भारत के निशानेबाज़ों से जैसी उम्मीदें थीं, वैसा प्रदर्शन नहीं रहा. इसके बावजूद उम्मीदें हैं कि आने वाले समय में भारत के निशानेबाज़ दुनियाभर में अपना हुनर और ज़्यादा बेहतर तरीके से दिखाने के लिए तैयारी करेंगे.


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