क्रिकेट इतिहास के 5 प्रतिभाशाली खिलाड़ी जिन्होंने वक्त से पहले ही एक फॉर्मेट से ले लिया था संन्यास
आईपीएल 2022 पूरा होने के बाद एक बार फिर अब इंटरनेशनल क्रिकेट (International Cricket) का क्रेज़ दर्शकों में बन गया है.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। आईपीएल 2022 पूरा होने के बाद एक बार फिर अब इंटरनेशनल क्रिकेट (International Cricket) का क्रेज़ दर्शकों में बन गया है. सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि तकरीबन सभी देशों की टीमें इस वक्त लगातार इंटरनेशनल क्रिकेट खेल रही हैं. कहीं T20, कहीं वनडे तो कहीं टेस्ट क्रिकेट के फॉर्मेट में हर टीमों के बीच लगातार प्रतिस्पर्धा जारी है.
ऐसे में जो खिलाड़ी लगातार क्रिकेट के सभी प्रारूप खेल रहा है उसके लिए हर मुकाबले खेलना काफी मुश्किल हो रहा है. फ़िज़िकली और मेंटली अपने आप को फिट रखना खिलाड़ी के लिए चुनौती बन चुका है. ऐसे में कई ऐसे प्रतिभाशाली खिलाड़ी भी हैं जिन्होंने वर्कलोड को मैनेज करने के लिए या किसी एक फॉर्मेट पर ज़्यादा ध्यान देने के लिए वक्त से पहले ही क्रिकेट (Cricket) के किसी एक फॉर्मेट को अलविदा कह दिया.
हम अपनी इस रिपोर्ट में ऐसे ही 5 खिलाड़ियों के बारे में बात करने जा रहे हैं जिन्होंने वक्त से पहले ही किसी एक फॉर्मेट से संन्यास ले लिया था.
1) बेन स्टोक्स
इंग्लैंड टेस्ट क्रिकेट टीम (England Test Cricket Team) के कप्तान और स्टार ऑलराउंडर बेन स्टोक्स ने हाल ही में वनडे क्रिकेट (ODI Cricket) से सन्यास ले लिया है. उन्होंने अपना आखिरी वनडे दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ खेला था. अचानक से एकदिवसीय क्रिकेट से सन्यास लेने का निर्णय स्टोक्स ने अपना वर्कलोड मैनेज करने के लिए और टेस्ट क्रिकेट पर ज़्यादा फोकस करने के लिए लिया है. उनको हाल ही में इंग्लैंड टेस्ट टीम का कप्तान बनाया गया है जिसको लेकर वह काफी ज़्यादा सीरियस हैं. वह टीम को एक बार फिर विश्व की नंबर वन टेस्ट टीम बनाना चाहते हैं.
इसके अलावा अगर स्टोक्स के वनडे क्रिकेट के आंकड़ों की बात करें तो, उन्होंने अपने वनडे करियर में कुल 101 मुकाबले खेले हैं, जिसमें उन्होंने 40.43 की औसत से 2871 रन बनाए हैं. जिसमें 21 अर्धशतक और 3 शतक भी शामिल हैं. इतना ही नहीं बल्कि बेन के नाम वनडे में 74 विकेट भी हैं. यह ओडीआई क्रिकेट के एक शानदार खिलाड़ी थे.
2) एमएस धोनी
भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और दिग्गज विकेटकीपर बल्लेबाज़ महेंद्र सिंह धोनी ने भी साल 2014 में ऑस्ट्रेलिया टूर पर टेस्ट क्रिकेट (Test Cricket) को वक्त से पहले ही अलविदा कह दिया था. धोनी का ऐसा करने का सबसे बड़ा कारण था कि वह अपने वर्कलोड को मैनेज करना चाहते थे. लगातार तीनों फॉर्मेट में खेलना और टीम की कप्तानी करना आसान काम नहीं था. इसलिए धोनी के सन्यास लेने के बाद विराट कोहली को टेस्ट टीम का नया कप्तान बनाया गया.
एमएस धोनी ने अपने टेस्ट करियर में कुल 90 मुकाबले खेले हैं, जिसमें उन्होंने 38.09 की एवरेज से बल्लेबाज़ी करते हुए 4876 रन बनाए हैं. जिसमें उनके बल्ले से 33 अर्धशतक और 6 शतक भी देखने को मिले हैं. वहीं धोनी का सर्वश्रेष्ठ स्कोर टेस्ट क्रिकेट में 224 रन है जो उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बनाया था.
3) क्विंटन डी कॉक
दक्षिण अफ्रीका के 29 वर्षीय अनुभवी विकेटकीपर बल्लेबाज़ क्विंटन डी कॉक ने पिछले साल (2021) दिसंबर में भारत के खिलाफ सेंचुरियन में पहला टेस्ट मैच खेलने के बाद टेस्ट क्रिकेट से सन्यास लेने की घोषणा कर दी थी. इसके पीछे उन्होंने मुख्य कारण अपनी फैमिली के साथ टाइम स्पेंड करने को बताया था. यानी वह अपने परिवार के साथ ज़्यादा समय बिताना चाहते थे जिसके चलते उन्होंने टेस्ट क्रिकेट से रिटायरमेंट ले लिया. साथ ही वह व्हाइट बॉल क्रिकेट (White ball Cricket) पर ज़्यादा फोकस भी करना चाहते थे.
डी कॉक ने अपने टेस्ट करियर में कुल 54 मैच खेले थे, जिसमें उन्होंने 38.82 की औसत से 3300 रन बनाए थे. टेस्ट में डी कॉक के बल्ले से 22 अर्धशतक और 6 शतक भी देखने को मिले हैं. उनका हाईएस्ट स्कोर टेस्ट में नाबाद 141 रन है.
4) फाफ डुप्लेसिस
दक्षिण अफ्रीका के पूर्व कप्तान और स्टाइलिश बल्लेबाज़ फाफ डुप्लिसिस ने फरवरी 2021 में टेस्ट क्रिकेट (Test Cricket) से रिटायरमेंट का फैसला किया था. इसके पीछे का सबसे बड़ा कारण था कि उन्हें क्रिकेट (Cricket) के सबसे छोटे फॉर्मेट यानी T20 पर ज़्यादा फोकस करना था. क्योंकि साल 2021 और 2022 में बैक टू बैक वर्ल्डकप थे और वह इन मेगा आईसीसी इवेंट्स में अपना बेस्ट देना चाहते थे.
डुप्लिसिस के अगर टेस्ट करियर की बात करें तो इन्होंने खेले गए 69 मैचों में 40.02 की बेहतरीन औसत से बल्लेबाज़ी करते हुए 4163 रन बनाए हैं. जिसमें उन्होंने 21 अर्धशतक और 10 शतक भी जड़े हैं. वहीं टेस्ट फॉर्मेट में इनका सर्वश्रेष्ठ बैटिंग स्कोर 199 है.
5) लसिथ मलिंगा
श्रीलंका क्रिकेट टीम के पूर्व दिग्गज गेंदबाज़ लसिथ मलिंगा ने वक्त से पहले ही साल 2011 में टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कर दिया था. मलिंगा ने अपनी फिटनेस पर काम करने के लिए और क्रिकेट (Cricket) के सबसे छोटे फॉर्मेट यानी T20 क्रिकेट पर फोकस करने के लिए यह डिसिशन लिया था.
मलिंगा ने सन्यास लेने से पहले कुल 30 टेस्ट मैच खेले थे. जिसमें उन्होंने 101 विकेट अपने नाम किए थे. मलिंगा का बेस्ट बॉलिंग फिगर टेस्ट में 5/50 है. वहीं 3 बार इन्होंने टेस्ट में फाइव विकेट हॉल भी चटकाया है.