3 खिलाड़ी बनेंगे तुरुप के इक्के, सीरीज में 1-0 से आगे है टीम इंडिया
रोहित शर्मा की अगुवाई में भारतीय टीम बहुत ही प्रचंड फॉर्म में चल रही है. उनके विजय रथ को रोकना किसी के लिए भी आसान नहीं है. टीम इंडिया के पास कई मैच विनर खिलाड़ी हैं
रोहित शर्मा (Rohit Sharma) की अगुवाई में भारतीय टीम (Indian team) बहुत ही प्रचंड फॉर्म में चल रही है. उनके विजय रथ को रोकना किसी के लिए भी आसान नहीं है. टीम इंडिया के पास कई मैच विनर खिलाड़ी हैं, जो अपने दम पर मैच का पलटने का दम रखते हैं. ये प्लेयर्स रोहित शर्मा के लिए तुरुप के इक्के साबित हो सकते हैं. आइए जानते हैं, इनके बारे में.
भारतीय टीम में लौटा ये घातक खिलाड़ी
रोहित शर्मा ने कुलदीप यादव (Kuldeep Yadav) को बाहर कर अक्षर पटेल (Axar Patel) की टीम में वापसी कराई है. अक्षर पिछले कुछ समय से टीम इंडिया के लिए सबसे बड़े मैच विनर बनकर उभरे थे. वह गेंद को बहुत ही धीरे से छोड़ते हैं, जिससे वह टप्पा खाते ही टर्न हो जाती है. उनकी गेंदों को खेलना किसी के लिए भी आसान नहीं है. वह गेंद के साथ-साथ बल्ले से भी कमाल दिखाने में माहिर प्लेयर हैं. उन्होंने सिर्फ 5 टेस्ट मैचों में 36 विकेट हासिल किए हैं, जिनमें वो 5 मौकों पर 5 विकेट एक पारी में हासिल कर चुके हैं. जब अक्षर पटेल की गेंदों का जादू चलता है, तो इससे बड़े से बड़ा बल्लेबाज भी अछूता नहीं रहता है. उनकी गेंदबाजी के सभी दीवाने हैं, उनके घातक खेल को देखते हुए ही दिल्ली कैपिटल्स टीम ने उन्हें रिटेन किया है.
रोहित की कप्तानी में मिला ये ऑलराउंडर
रोहित शर्मा की कप्तानी में टीम इंडिया को एक धाकड़ ऑलराउंडर मिला है, जिससे सभी टीमें खौफ खाती हैं. जी हां हम बात कर रहे हैं, रवींद्र जडेजा (Ravindra Jadeja) की. जडेजा कातिलाना गेंदबाजी और धाकड़ बल्लेबाजी में माहिर खिलाड़ी हैं. वह अपना ओवर बहुत ही जल्दी खत्म कर देते हैं, जिससे उनकी गेंदों को बल्लेबाज समझ नहीं पाते हैं और जल्दी आउट हो जाते हैं. निचले क्रम पर आकर वह खतरनाक बैटिंग करने में भी माहिर खिलाड़ी हैं. फिल्डिंग में भी वह बहुत ही बड़े महारथी हैं, वह विकेट पर ऐसे गेंद फेंकते हैं, जैसे कोई निशानेबाज निशाना लगा रहा हो. उनकी बल्लेबाजी से विरोधी टीमों के गेंदबाज खौफ खाते हैं, इसका नजारा श्रीलंका के खिलाफ पहले टेस्ट मैच में देख चुके हैं. उन्होंने नाबाद 175 रनों की पारी खेली थी.
टीम की मजबूत नींव है ये स्पिनर
भारतीय टीम पिछले नौ सालों में अपने घर में कोई भी सीरीज नहीं हारी है, इसमें सबसे बड़ा योगदान रविचंद्रन अश्विन (Ravichandran Ashwin) का रहा है. अश्विन अपनी गेंदबाजी से बैट्समैन को चकमा देने में माहिर प्लेयर हैं. उनकी घूमती गेंदों का जवाब किसी के पास नहीं है. रविचंद्रन अश्निन कप्तान रोहित शर्मा के लिए सबसे बड़े तुरूप के इक्के साबित हुए हैं. वह बहुत ही किफायती गेंदबाजी भी करते हैं. जब भी कप्तान को विकेट की आवश्यकता होती है. वह अश्विन का नंबर घुमा देते हैं. भारतीय पिचें हमेशा से ही स्पिनर्स को सपोर्ट करतीं हैं, इन पिचों पर अश्विन ने एक छत्र राज किया है. रविचंद्रन अश्विन टेस्ट क्रिकेट में भारत के लिए दूसरे सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज हैं. उन्होंने 85 टेस्ट मैचों में 435 विकेट हासिल किए हैं.