नई दिल्ली: 16 साल के युवा भारतीय ग्रैंडमास्टर आर प्रज्ञानानंद का शानदार प्रदर्शन जारी है. प्रज्ञानानंद ने शुक्रवार को नॉर्वे शतरंज A ओपन टूर्नामेंट जीत लिया. आर प्रज्ञानानंद ने कुल 9 राउंड में 7.5 अंक हासिल कर यह उपलब्धि हासिल की. टॉप सीड प्रज्ञानानंद ने अपने अंतिम राउंड के मुकाबले में आईएम वी. प्रणीत को मात दी.
प्रज्ञानानंद ने एक अंग्रेजी अखबार को बताया, 'मुझे लगता है कि इस टूर्नामेंट में मैंने उच्च क्वालिटी का गेम खेला. मैंने सभी मुकाबले में बनाए हुए प्लान के मुताबिक चालें चलीं. मैं इससे काफी खुश हूं.'
पिछले महीने चेसेबल मास्टर्स में दूसरे स्थान हासिल करने से प्रज्ञानानंद को काफी आत्मविश्वास मिला था. प्रज्ञानानंद ने कहा, 'मैग्नस कार्लसन, लिरेन और अन्य जैसे शीर्ष खिलाड़ियों के खिलाफ खेलने से आपको आत्मविश्वास मिलता है. मैं बस अपनी तैयारियों पर भरोसा करने और आत्मविश्वास के साथ खेलने की कोशिश कर रहा हूं.'
प्रज्ञानानंद आने वाले दिनों में शतरंज ओलंपियाड से पहले भारतीय 'बी' टीम के शिविर का हिस्सा बनने के लिए स्वदेश लौटेंगे. वह इस साल दो मौकों पर विश्व चैम्पियन मैग्नस कार्लसन को मात दे चुके हैं.
चेन्नई के रहने वाले प्रज्ञानानंद ने 2018 में प्रतिष्ठित ग्रैंडमास्टर का तमगा हासिल किया था. प्रज्ञानानंद यह उपलब्धि हासिल करने वाले भारत के सबसे कम उम्र के और उस समय दुनिया में दूसरे सबसे कम उम्र के खिलाड़ी थे. प्रज्ञानानंद सबसे कम उम्र के ग्रैंडमास्टर की सर्वकालिक सूची में पांचवें स्थान पर हैं.
भारत के दिग्गज शतरंज खिलाड़ी विश्वनाथन आंनद ने इस खिलाड़ी का मार्गदर्शन किया है. ग्रैंडमास्टर बनने के बाद से प्रज्ञानानंद ने लगातार प्रगति की लेकिन इसके बाद कोविड-19 महामारी के कारण कई टूर्नामेंट रुक गए. प्रज्ञानानंद को क्रिकेट पसंद है और उन्हें जब भी समय मिलता है तो वह मैच खेलने के लिए जाते हैं.