वो विचित्र समुद्री जीव जो पहले अपना सिर काटते हैं, फिर पूरा नया शरीर बना लेते हैं...वैज्ञानिकों के लिए भी रहस्य

कोई जीव अपना सिर काट दे और फिर एक नया शरीर बनाने लग जाए

Update: 2021-03-09 12:53 GMT

कोई जीव अपना सिर काट दे और फिर एक नया शरीर बनाने लग जाए। ऐसा शायद किसी साइंस फिक्शन कहानी में आपने पढ़ा या देखा हो लेकिन अब पता चला है कि यह वाकई सच्चाई है। जापान के वैज्ञानिकों ने समुद्री जीव Sea Slug की दो प्रजातियों में यह विचित्र क्षमता देखी है जिससे वह पूरा शरीर तीन हफ्तों में वापस बढ़ा लेते हैं। यह खोज इत्तेफाकन की गई है और अभी तक यह नहीं समझा जा सका है कि ये जीव ऐसा कैसे और क्यों करते हैं। इस फीचर को रीजनरेशन (Regeneration) कहते हैं और यह आमतौर पर बिना रीढ़ के जानवरों जैसे, केंचुओं और स्टारफिश में देखा जाता है जिससे ये अपने कटे हुए अंग दोबारा बढ़ा लेते हैं।

तीन हफ्ते में नया शरीर
अभी तक की थिअरी के मुताबिक अंदर के परजीवियों को निकालने के लिए ये ऐसा करते होंगे। हालांकि, इसे साबित करने के लिए अभी रिसर्च की जरूरत है। शरीर से अलग होने के फौरन बाद इनके सिर ठीक होने लगते हैं और कुछ ही घंटों में ये काई (algae) खाने लगते हैं। एक हफ्ते में इनका दिल बन जाता है और तीन हफ्ते में पूरा शरीर। हालांकि, सिर्फ सिर से ही नया शरीर बनता है और पहले कटकर अलग हुआ धड़ा सिर नहीं बना पाता। वहीं, युवा जीव पुराने जीवों की तुलना में ज्यादा तेजी से ठीक होते हैं। ज्यादा पुराने जीव सिर कटने पर मर भी सकते हैं।
इत्तेफाक से की खोज
यूनिवर्सिटी ऑफ जापान में प्रफेसर योची यूसा और पीएचडी कर रहीं सायका मितोह ने इत्तेफाकन यह खोज की। यूसा लैब में इन स्लग की लाइफ साइकल और खास फीचर्स को स्टडी किया
जाता है। एक दिन टीम ने टैंक में बिना शरीर का सिर घूमता देखा तो इसे स्टडी करना शुरू किया। इसके लिए बेहद पतले नायलॉन के तार से इनके सिर काटे गए और पाया गया कि ये फौरन बढ़ने लगे। इन्हें दिल और दूसरे अंग भी विकसित कर लिए जिसे देखकर टीम हैरान रह गई।
क्यों करते हैं ऐसा?
रिसर्चर्स का मानना है कि स्लग्स में सिर कटने की जगह पर स्टेम सेल जैसे टिशू होंगे जो ऐसे किसी भी सेल में विकसित हो जाते हैं जिनकी स्लग को जरूरत हो। इसकी वजह से सिर कटने के बाद दिल और शरीर के दूसरे अंग फिर से बन जाते हैं। टीम ने अंदाजा लगाया है कि जब तक अंग नहीं बन जाते, स्लग काई को खाकर जिंदा रहते हैं। इसे क्लेप्टोप्लास्टी कहते हैं। रीजेनरेशन की क्षमता इंसानों में भी होती है लेकिन यह invertebrates (बिना रीढ़ की हड्डी वाले जीवों) में ज्यादा होती है जैसे केंचुए या स्टारफिश। ये सिर, पूंछ और दूसरे अंग फिर से बढ़ा सकते हैं। इंसान खाल, खून और मांसपेशियों को रीजनरेट कर सकता है।


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