सर्वे में खुलासा: 'कोरोना महामारी के दौरान वैज्ञानिकों को करना पड़ा दुर्व्यवहार का सामना'
वैश्विक स्तर पर वैज्ञानिकों (scientists) को कोरोना महामारी (corona pandemic) के दौरान खतरों और दुर्व्यवहार की कई घटनाओं का सामना करना पड़ा है.
लंदन. वैश्विक स्तर पर वैज्ञानिकों (scientists) को कोरोना महामारी (corona pandemic) के दौरान खतरों और दुर्व्यवहार की कई घटनाओं का सामना करना पड़ा है. एक ब्रिटिश जर्नल में प्रकाशित एक नये सर्वेक्षण में यह बात सामने आई है. जर्नल 'नेचर' ने दुनियाभर के वैज्ञानिकों का सर्वेक्षण किया, जिन्होंने हिंसा की घटनाओं का वर्णन किया. कोविड-19 से संबंधित क्षेत्रों में काम करने वाले 321 लोगों के 'स्व-चयन' सर्वेक्षण में पाया गया कि पांच से अधिक लोगों को शारीरिक या यौन हिंसा की धमकी मिली थी.
सर्वेक्षण के निष्कर्षों में इस सप्ताह उल्लेख किया गया है, 'दो-तिहाई से अधिक शोधकर्ताओं ने अपनी मीडिया उपस्थिति या उनकी सोशल मीडिया टिप्पणियों के परिणामस्वरूप नकारात्मक अनुभवों की सूचना दी, और 22 प्रतिशत को शारीरिक या यौन हिंसा की धमकी मिली.' इसमें कहा गया है, 'कुछ वैज्ञानिकों ने कहा कि उनके नियोक्ता को उनके बारे में शिकायतें मिली थीं, या उनके घर के पते का ऑनलाइन खुलासा किया गया.' सर्वेक्षण के 85 प्रतिशत उत्तरदाताओं ने कहा कि मीडिया से जुड़ने के उनके अनुभव हमेशा या अधिकतर सकारात्मक थे, भले ही उन्हें बाद में परेशान किया गया हो.उत्पीड़न के पैमाने की व्यापक समझ प्राप्त करने के लिए, 'नेचर' ने कहा कि उसने एक ऑस्ट्रेलियाई सर्वेक्षण को अपनाया और ब्रिटेन, कनाडा, ताइवान, न्यूजीलैंड और जर्मनी में विज्ञान मीडिया केंद्रों को उसे अपनी कोविड-19 मीडिया सूची में वैज्ञानिकों को भेजने के लिए कहा.