सूरज के पास वैज्ञानिकों को मिला एक और ग्रह, धरती का आकाशीय पड़ोसी जानें कितना है खास ?
वैज्ञानिकों ने हमारे सूरज के पास मौजूद एक सितारे का चक्कर लगा रहे एक और संभावित ग्रह की खोज की है
वैज्ञानिकों ने हमारे सूरज के पास मौजूद एक सितारे का चक्कर लगा रहे एक और संभावित ग्रह की खोज की है। यह अपनी तरह का तीसरा संभावित ग्रह है जो धरती से मात्र 4 प्रकाशवर्ष की दूरी पर मौजूद है। खगोलविदों ने बताया कि एक और ग्रह के हमारे सूरज के सबसे नजदीकी नक्षत्र मंडल प्रोक्सिमा सेंचुरी के चक्कर लगाने के साक्ष्य मिले हैं। यह पिंड धरती की तुलना में एक चौथाई ही है। यह चट्टान अब तक मिले एक्सोप्लैनेट में सबसे हल्का है।
यह ताजा शोध ऑस्ट्रोनॉमी एंड एस्ट्रोफिजिक्स में गुरुवार को प्रकाशित हुआ है। यह छोटा और धुंधला लाल दिखने वाला बौना सितारा हमारे सूरज से काफी छोटा है। यहां पर एक धरती के आकार के ग्रह की पहले ही पुष्टि हो चुकी है। यही पर दूसरे संभावित ग्रह की भी खोज हुई है। माना जा रहा है कि इन ग्रहों में जीवन के लायक वातावरण हो सकता है।
ग्रह अपने सितारे से 40 लाख किलोमीटर की दूरी पर
जिस ताजा ग्रह की खोज हुई है, उसका नाम प्रोक्सिमा डी है। यह अपने सितारे का एक चक्कर लगाने में धरती के 5 दिन का समय लेता है। यह संभावित ग्रह अपने सितारे से 40 लाख किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। हमारे सोलर सिस्टम में बुध ग्रह सूरज के सबसे नजदीक है और उसे अपना एक चक्कर लगाने में 88 दिन का समय लगता है। इस सोलर सिस्टम में जिस पहले ग्रह की खोज हुई थी, उसका नाम प्रोक्सिमा बी था।
साल 2020 में प्रोक्सिमा बी के मिलने की पुष्टि हुई थी। यह धरती के आकार का है और मात्र 11 दिन में ही अपने सितारे की परिक्रमा पूरी कर लेता है। वैज्ञानिकों के मुताबिक यह ग्रह अपने सितारे से इतनी दूरी पर है जहां जीवन पैदा हो सकता है। यह स्थिति ग्रह की सतह पर द्रवीय जल के लिए भी बहुत अच्छी है जो जीवन के लिए एक जरूरी शर्त है। प्रोक्सिमा डी अपने सितारे के बेहद करीब है। तीसरे ग्रह का नाम प्रोक्सिमा सी है जो अपने सितारे का एक चक्कर लगाने में 5 साल लेता है।