वैज्ञानिकों की खोज: पैक अंडों में नहीं फैलेगा इंफेक्शन
पैक अंडों में अब इंफेक्शन नहीं फैल सकेगा। इसके लिए वैज्ञानिकों ने एक सस्ती और सुरक्षित तकनीक खोज निकाली है।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क | पैक अंडों में अब इंफेक्शन नहीं फैल सकेगा। इसके लिए वैज्ञानिकों ने एक सस्ती और सुरक्षित तकनीक खोज निकाली है। वैज्ञानिकों का दावा है कि इस तकनीक से अंडों में बैक्टीरिया खत्म हो जाएंगे।
यूराल फेडरल यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर सर्गेई सोकोवनिन ने बताया कि एक सस्ती, सुरक्षित और विश्वसनीय तरीका निकाला गया है। इससे पैक अंडों के ऊपरी सतह से सेल्मोनेला जैसे बैक्टीरिया को खत्म कर सकेंगे।
एक शोध के मुताबिक, मुर्गी के छोटे बच्चों को इम्यूनिटी के साथ पाला जाएगा। ताकि उनमें बीमारियां जल्द ना लगे। पैक अंडों को 50 नैनोसेकेंड के लिए इलेक्ट्रॉन बीम के द्वारा कीटाणुरहित किया जाएगा।
ये प्रक्रिया प्लास्टिक के कंटेनरों में की जाएगी। इस प्रक्रिया को खाद्य और बायोप्रोडक्ट्स प्रसंस्करण में प्रकाशित किया जाएगा। सर्गेई सोकोवनिन कहते हैं कि अंडों को इंफेक्शन से बचाने के लिए पांच किलोग्राम खुराक पर्याप्त है।
यह प्रक्रिया बस अंडों की ऊपरी सतह से और कंटेनरों में से इंफेक्शन खत्म करने के लिए इस्तेमाल की जा सकती है। इसकी खास बात यह है कि अंडों में इसका कोई असर नहीं पड़ेगा। अंडों की साइज पर भी इसका कोई असर नहीं पड़ेगा।
इस प्रक्रिया को दूसरे पक्षियों के अंडों पर भी इस्तेमाल किया जा सकता है। सर्गेई सोकोवनिन का कहना है कि इस प्रक्रिया का असर मीट की क्वालिटी और उसके भार भी नहीं पड़ेगा। गौरतलब है कि पहले 86 फीसद अंडों में क्रोनिक बीमारियां होती थीं। अब यह आंकड़ा चार फीसद तक पहुंच गया है।