शनि, बृहस्पति और चांद दिखें इतने करीब, आसमान में बना अद्भुत त्रिकोण

पिछले साल दिसंबर के महीने पर सदियों बाद आसमान में एक अद्भुत खगोलीय घटना देखी गई

Update: 2021-09-18 08:34 GMT

पिछले साल दिसंबर के महीने पर सदियों बाद आसमान में एक अद्भुत खगोलीय घटना देखी गई। बृहस्पति और शनि धरती से एक-दूसरे के इतने करीब दिखे जैसे एक ही हों। अब महीनों बाद दोनों भले ही उतने करीब ना हों, लेकिन दिलकश नजारे जरूर बना रहे हैं। इस हफ्ते चांद के साथ मिलकर दोनों विशाल ग्रहों ने एक त्रिकोण बनाया है। अगर आपने अब तक इसे नहीं देखा है तो शनिवार शाम को जरूर देखें। यूं तो दोनों ग्रह बेहद चमकीले सितारे की तरह देखे जा सकते हैं लेकिन टेलिस्कोप से ये साफ-साफ नजर आ रहे हैं।

आधी रात तक दिखेगा
शनि और बृहस्पति एक-दूसरे से करीब 15 डिग्री की दूरी पर हैं। थ्रिलिस्ट के मुताबिक अगर आप इन्हें देखने की कोशिश करते हैं तो हाथ आगे बढ़ाकर मुट्ठी की चौड़ाई की डेढ़ गुना दूरी पर ये नजर आएंगे। शाम को सूरज ढलने के साथ ही यह त्रिकोण दिखेगा और आधी रात के बाद तक रहेगा। चांद और बृहस्पति एक दूसरे करीब रह चुके है
दिसंबर में दिखा था दुर्लभ नजारा
इससे पहले 21 दिसंबर को धरती से ऐसा नजारा दिखा जो पिछले 400 साल से घटा नहीं था और 800 साल से दिखा नहीं था। धरती से देखे जाने पर बृहस्पति और शनि इतने करीब लग रहे थे मानो एक ही हों। दोनों ग्रहों के कारण Great Conjunction कही जाने वाली इस दुर्लभ घटना के गवाह दुनियाभर के लोग बने।
इस ग्रह को PDS 70c नाम दिया गया है और यह 54 लाख साल पुराने PDS 70 सितारे के इर्द-गिर्द घूम रहा है। इस सितारे का द्रव्यमान सूरज से तीन चौथाई गुना ज्यादा है और इसके आसपास भी ग्रह अभी बन रहे हैं। PDS 70c के अलावा एक और ग्रह PDS 70b भी मौजूद है। ऐस्ट्रोनॉमर्स के मुताबिक PDS 70c के आसपास इतना मलबा है कि धरती के चांद जैसे तीन चांद यहां बन सकते हैं। चिली की ALMA ऑब्जर्वेटरी से मिलीं तस्वीरों में 10 करोड़ मील के डायमीटर की डिस्क दिखी है जिससे चांद पैदा हो सकता है।
PDS 70c बृहस्पति का दोगुना है और अपने सितारे का एक चक्कर काटने में 227 साल लगाता है। धूल और गैस बड़े ऑब्जेक्ट्स में टकराते हैं और एक आकार लेते हैं लेकिन यह पूरी प्रक्रिया अभी समझी नहीं जा सकी है। ग्रहों के पैदा होने के 1 करोड़ साल के अंदर उनका चक्कर काटने वाली डिस्क बनती हैं और हमारे सौर मंडल में ये 4 अरब साल के अंदर पैदा हुआ हैं। स्टडी की सह-लेखक डॉ. मिरियम केपलर के मुताबिक अब तक 4000 exoplanets की खोज की जा चुकी है लेकिन सबकी डिस्क गायब हो चुकी हैं।
PDS 70c और PDS 70b सिर्फ दो ही ऐसे exoplanets हैं जो अभी बन रहे हैं। इनकी खोज ESO के Very Large Telescope ने 2018 और 2019 में की थी। इससे अडवांस्ड Extremely Large Telescope ऐटकामा रेगिस्तान में तैयार किया जा रहा है और उम्मीद की जा रही है कि इसकी मदद से और ज्यादा डीटेल में मैप तैयार किया जा सकेगा।
जीवन में एक बार दिखता है नजारा
कहा जाता है कि किसी शख्स के जीवनकाल में यह घटना एक ही बार घटती है और तस्वीरों से पता चला कि इसे देखकर कोई भी दिल थामने को मजबूर हो जाए। क्रिसमस ट्री के पास कैलिफोर्निया के कार्डिफ स्टेट बीच पर खड़े लोग इस दुर्लभ घटना के गवाह बने। माना जाता है कि 2000 साल पहले इसी संयोग से तेज रोशनी पैदा हुई थी जिसे आज बेथलेहम स्टार या क्रिसमस स्टार कहा जाता है।


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