संबलपुर: बुर्ला VSLV टीम ने युवा खगोलविदों को किया प्रेरित, विज्ञान के प्रति उत्साही लोगों द्वारा सराहा गया
विज्ञान के प्रति उत्साही लोगों द्वारा सराहा गया
संबलपुर : स्वदेशी उद्यम से सेटेलाइट और रॉकेट निर्माण कर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रशंसित, बुर्ला स्थित वीर सुरेंद्र साय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के स्टूडेंट सेटेलाइट व्हीकल (वीएसएलवी) की यात्रा को हमेशा अंतरिक्ष विज्ञान के प्रति उत्साही लोगों द्वारा सराहा गया है। एक बार फिर, इस प्रयास को आगे बढ़ाते हुए, टाटा स्टील द्वारा पठानी सामंत तारामंडल के सहयोग से आयोजित यंग एस्ट्रोनॉमर्स टैलेंट सर्च (वाईएटीएस) ने टीम वीएसएलवी को छात्रों के साथ एक इंटरैक्टिव सत्र के लिए आमंत्रित किया, ताकि उनके भीतर खगोलविदों को प्रोत्साहित किया जा सके और उनका समर्थन किया जा सके।
द यंग एस्ट्रोनॉमर्स टैलेंट सर्च छात्रों को खगोल विज्ञान और अंतरिक्ष विज्ञान के प्रति अपनी रुचि का पता लगाने का अवसर देने के लिए आयोजित एक शानदार कार्यक्रम है। बीते 13 दिसंबर को सिस्को वेबएक्स प्लेटफॉर्म पर टाटा स्टील के सीईओ टीवी नरेंद्रन और ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक की उपस्थिति में आयोजित किया गया। राज्य के सभी प्रमुख हितधारकों में अशोक कुमार पंडा (विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग, ओडिशा सरकार), मनोज कुमार मिश्र (सचिव, इलेक्ट्रॉनिक्स और आइटी, विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग, ओडिशा सरकार), पठानी सामंत तारामंडल के निदेशक लक्ष्मीधर दास और अंतरिक्ष अनुसंधान के क्षेत्र के विशिष्ट वक्ताओं, टीम वीएसएलवी को ऑनलाइन मोड के माध्यम से छात्रों के साथ बातचीत करने के लिए आमंत्रित किया गया। टीम के प्रतिनिधि प्रणसेजीत घोष, पुण्यश्लोक स्वाईं, ऋषभ नंद और शुभम बेहरा ने एन इनसाइट टू सैटेलाइट कम्युनिकेशंस एंड साउंडिग रॉकेट्स के साथ खगोल विज्ञान और अंतरिक्ष अनुसंधान के क्षेत्र में खगोलविदों की नई पीढ़ी को पेश किया। इस सत्र के बाद, टीम ने जिज्ञासु छात्रों के सवालों का जवाब भी दिया। जमीनी स्तर पर अंतरिक्ष अनुसंधान के क्षेत्र में अपने निरंतर प्रयासों के माध्यम से टीम को नई पीढ़ी के लिए प्रेरणा के रुप में सभी से अपार समर्थन और प्रशंसा मिली। कड़ी मेहनत, लगन और समर्पण के कारण इसरो द्वारा स्वीकार किए गए पहले स्वदेशी उपग्रह प्रक्षेपण यान का निर्माण कर वीएसएलवी की टीम देशभर के युवा और जिज्ञासु दिमागों के लिए एक ऐसी प्रेरणा रही है।