गगनयान मिशन में अंतरिक्ष यात्रियों की सुरक्षित वापसी बड़ा सवाल, ISRO ने बताई चुनौती
भारत के बहुप्रतीक्षित गगनयान मानव अंतरिक्ष मिशन को 2023 में लॉन्च किया जाएगा. शनिवार को आजतक के सवाल के जवाब में केंद्रीय मंत्री डॉ जितेंद्र सिंह ने जम्मू के सांबा जिले के केंद्रीय विश्वविद्यालय में ये जानकारी दी.
जितेंद्र सिंह सांबा में अंतरिक्ष विज्ञान के लिए सतीश धवन केंद्र का उद्घाटन करने के बाद पत्रकारों से बात कर रहे थे. इस दौरान इसरो अध्यक्ष सोमनाथ एस और पूर्व इसरो प्रमुख डॉ राधाकृष्णन भी मौजूद थे. इसरो के अध्यक्ष सोमनाथ एस ने कहा कि गगनयान मिशन में अंतरिक्ष यात्रियों की सुरक्षित वापसी एक बड़ी चुनौती है और इसरो पूरी तैयारी कर रहा है. इससे पहले भी केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने इस बात की जानकारी दी थी. दिसंबर में एक सवाल पर राज्य सभा में उन्होंने कहा था कि यह भारत का इकलौता अंतरिक्ष मिशन है. उन्होंने कहा कि गगनयान स्पेस फ्लाइट मिशन होगा, जिससे लोग अंतरिक्ष में जा सकेंगे. इसमें पहला टेस्ट साल 2022 के मध्य में होगा. पहले चरण में गगनयान का मानव रहित मिशन G1 होगा. इसके बाद 2022 के अंत में व्योममित्र नाम का रोबोट भेजा जाएगा.
इस रोबोट को इसरो ने डेवलप किया है. वहीं चालकदल के साथ पहली बार गगनयान मिशन 2023 में लॉन्च होगा. राज्य सभा में केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने इस दौरान पीएम मोदी के साल 2018 भाषण की याद दिलाई, तब पीएम मोदी ने कहा था कि भारत साल 2022 तक कोई भी भारतीय अंतरक्षि यात्री गगनयान में सवार हो सकेगा.