शोध में हुआ खुलासा: क्यों नहीं होती है हाथियों को कैंसर की बीमारी?
हाल ही में हुए एक शोध के अनुसार हाथियों में ऐसे जीन्स पाए जाते हैं जो कैंसर होने से रोकने में सहायक होते हैं।
जनता से रिश्ता वेबडेसक | हाल ही में हुए एक शोध के अनुसार हाथियों में ऐसे जीन्स पाए जाते हैं जो कैंसर होने से रोकने में सहायक होते हैं। हाथियों को कैंसर की बीमारी दुर्लभ स्थिति में ही होती है। हाथियों के पूर्वजों में भी ऐसे जीन्स पाए जाते थे तो कैंसर जैसी खतरनाक बीमारी को रोकने में सहायक होते हैं। आइए जानते हैं हाथियों में हुए इस शोध के बारे में...
इस शोध को यूनिवर्सिटी ऑफ बफैलो की विंसेंट लिंच और यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया के जुआन मैन्युएल वाजक्वेज ने किया है। लिंच का कहना है कि जैसे ही शरीर का आकार बढ़ता है तो कैंसर का खतरा भी बढ़ जाता है। लेकिन ये बात हाथियों में लागू नहीं होती है। इस शोध में ये बात भी सामने आई है कि हाथियों के पूर्वजों में भी कैंसर प्रतिरोधी गुण थे।
इस शोध ये पता चला है कि हाथियों के पास बहुत ज्यादा ट्यूमर दबाने वाले जीन्स पाए जाते हैं, जिस वजह से हाथी कैंसर जैसी बीमारी से बचे रहते हैं। हाथियों में जो जीन्स पाए जाते हैं वो वो डीएनए रिपेयर करने, ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस कम करने, कोशिकाओं के विकास, उम्र और मृत्यु तक की प्रक्रिया को संभालने का काम करते हैं।
जुआन मैन्युएल वाजक्वेज का कहना है कि इस शोध में ये भी पता चला है कि भविष्य में इस तरह के जीन्स की मदद से कैंसर का इलाज भी किया जा सकता है। हाथियों के अलावा केप गोल्डेन मोल्स, एलिफैंट श्रूस, रॉक हाईरैक्सेस, मानाटीस, विलुप्त हो चुके वूली मैमथ और मास्टोडोन्स में भी इस तरह के जीन्स पाए जाते हैं।
लिंच का कहना है कि ट्यूमर को दबाने वाले जीन्स की वजह से ही हाथियों का आकार इतना बड़ा हो पाया है। हाथियों में कैंसर का संक्रमण होने की संभावना बहुत कम होती है। इस तरह के जीन्स भविष्य में अगर किसी छोटे जीव में विकसित हो जाएं तो वो भी कैंसर से सुरक्षित रह सकते हैं।