कनाडा में कोरोना महामारी पर शोध, एक तिहाई बच्चों में नहीं दिखाई देता COVID-19 का लक्षण

संक्रमित एक तिहाई से अधिक बच्चों में संक्रमण का कोई लक्षण नहीं दिखता है।

Update: 2020-12-01 16:28 GMT
कनाडा में कोरोना महामारी पर शोध, एक तिहाई बच्चों में नहीं दिखाई देता COVID-19 का लक्षण
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जनता से रिश्ता वडेस्क। संक्रमित एक तिहाई से अधिक बच्चों में संक्रमण का कोई लक्षण नहीं दिखता है। यह जानकारी कैनेडियन मेडिकल एसोसिएशन के जर्नल में प्रकाशित एक शोध में किया गया है। शोध में यह भी बताया गया है कि कोरोना वायरस संक्रमित बच्चों को जो आंकड़ा फिलहाल दिख रहा है वह वास्तविक आंकड़ों का महज एक हिस्सा हो सकता है।


कनाडा में कोरोना महामारी पर शोध

कैसे हुआ शोध: शोध में कनाडा के अल्बर्टा के 2,463 बच्चों के परिणामों का विश्लेषण किया गया, जिन्हें महामारी की पहली लहर (मार्च से सितंबर) के दौरान कोरोना संक्रमित पाया गया था।

सार्वजनिक स्वास्थ्य को लेकर कोरोना संक्रमित से अनजान लोग सबसे बड़ी चिंता

अध्ययन के सह लेखक फिनले मैकएलिस्टर ने कहा, सार्वजनिक स्वास्थ्य को लेकर सबसे बड़ी चिंता यह है कि समुदाय में संभवत: बहुत से लोग ऐसे घूम रहे हैं जो कोरोना संक्रमित हैं और वे स्वयं इस बात से अनजान है। सुबूत के तौर पर वह यह बताते हैं कि अल्बर्टा प्रांत में रोजाना 1,200 से ज्यादा नए मामले देखने को मिलते हैं। इससे साफ है कि ज्यादातर लोगों को संक्रमण की जानकारी नहीं है और वे ही इसे लोगों के बीच फैला रहे हैं।


2,463 बच्चों के परीक्षण में 1,987 बच्चे कोरोना पॉजिटिव पाए गए

जिन 2,463 बच्चों के परिणाम का विश्लेषण किया गया, उनमें 1,987 बच्चे कोरोना पॉजिटिव पाए गए जबकि 476 कोरोना जांच में निगेटिव पाए गए। पॉजिटिव पाए गए बच्चों में 714 (करीब 36 फीसद) में संक्रमण का कोई लक्षण नहीं मिला।

क्रिसमस पर लंबी अवधि के लिए स्कूलों को बंद करने का फैसला सही


मैकएलिस्टर ने कहा कि एक तिहाई से ज्यादा कोरोना पॉजिटिव बच्चों में संक्रमण के लक्षण नहीं दिखने के कारण क्रिसमस पर लंबी अवधि के लिए स्कूलों को बंद करने का फैसला बिल्कुल सही था।

बच्चों द्वारा बीमारी फैलने की संभावना वयस्कों की तुलना में काफी होती है

मैकएलिस्टर ने यह भी कहा कि जहां तक हम जानते हैं, बच्चों द्वारा बीमारी फैलने की संभावना वयस्कों की तुलना में काफी होती है, लेकिन फिर भी यह जोखिम शून्य नहीं होता है। उन्होंने यह भी कहा कि बिना लक्षण वाले मरीज छींक रहे मरीजों की तुलना में कम संक्रामक होते हैं, लेकिन फिलहाल इसे यकीन के तौर पर नहीं कहा जा सकता।

शोधकर्ताओं ने कहा- संक्रमित बच्चों में से 25 फीसद में खांसी, 19 फीसद में बहती नाक की समस्या

शोधकर्ताओं ने कहा कि संक्रमित बच्चों में से 25 फीसद में खांसी, 19 फीसद में बहती नाक और 16 फीसद में गले में खराश की समस्या देखी गई।

शोधकर्ताओं ने कहा- खांसी, नाक बहने के लक्षण कोरोना पॉजिटिव होने के सुबूत नहीं

हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि ये लक्षण कोरोना निगेटिव बच्चों में ज्यादा पाए गए, इसलिए यह नहीं कहा जा सकता कि ये लक्षण कोरोना पॉजिटिव होने के सुबूत हैं।

कोरोना के विशिष्ट लक्षण जैसे स्वाद और गंध की कमी, बुखार और उल्टी जैसी स्थिति ज्यादा खतरनाक

मैकएलिस्टर का कहना है कि बच्चों के कई अलग-अलग तरह के वायरस से संक्रमित होने का खतरा बना रहता है, इसलिए कोरोना के विशिष्ट लक्षण जैसे स्वाद और गंध की कमी, सिरदर्द, बुखार और उल्टी जैसी स्थिति ज्यादा खतरनाक है।


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