नई दिल्ली: कुछ समय पहले पुरातत्वविदों को अर्जेंटीना के पेटागोनिया (Patagonia) में एक अनोखी कब्र मिली थी. ये कब्र करीब 900 साल पुरानी थी. लोगों ने एक मृत युवती को एक डोंगी या नाव के अंदर रखकर उसे दफनाया था. वैज्ञानिकों का मानना है कि यह नाव में शवों को दफनाने का सबसे शुरुआती उदाहरण हो सकता है.
पुरातत्वविद फिलहाल इस अनोखे दफन के अर्थ को समझने की कोशिश कर रहे हैं, उनका कहना है कि लोग ये मानते होंगे कि डोंगी शायद जीवन के बाद की जाने वाली यात्रा में आत्मा की मदद करेगी.
प्लस वन (PLOS ONE) जर्नल में प्रकाशित शोध के मुताबिक, चिली की सीमा के पास चैपलको पर्वत श्रृंखला (Chapelco mountain range) में स्थित मापुचे समुदाय की कब्रगाह न्यूएन एंटुग (Newen Antug) में खोजा गया था इस कब्र को खोजा गया था.
इस कब्र को 890 साल पुराना बताया जा रहा है. कब्र में मिली हड्डियों से पता चलता है कि यह एक महिला थी, जिसकी मृत्यु करीब 17 से 25 साल की उम्र में हो गई थी. उसे डोंगी में रखा गया था और उसके चेहरे और आगे किए गए हाथों पर लाल रंग लगाया गया था. उसके साथ कुछ चीजें भी रखी गई थीं. जिनमें चीनी मिट्टी का एक बर्तन और करीब एक दर्जन मीठे पानी के मोलस्क के शेल शामिल हैं.
डोंगी को वैम्पो (wampo) कहा जाता है, इसे देवदार के पेड़ के तने से बनाया गया था और आग के इस्तेमाल से इसे खोखला किया गया था. दक्षिण अमेरिका के कई इलाकों में, नाव बनाने और दफनाने की इस पद्धति का जिक्र अलग-अलग समय में किया गया है. अर्जेंटीना में यह पहला मामला है.
न्यूएन एंटुग की इस युवती का मामला अनोखा है. क्योंकि इस साइट में दो और लोगों के अवशेष भी मिले हैं, लेकिन उन्हें बिना किसी वैम्पो के, बस जमीन में दफन किया गया था. इतना ही नहीं, बड़े इलाकों में नावों को दफनाने के उदाहरण आमतौर पर पुरुषों की कब्रों में ही देखे गए हैं. इसलिए इस युवती की कब्र असाधारण है. शोधकर्ता इस रहस्य को जानने के लिए उत्सुक थे कि इस युवती को नाव में क्यों दफनाया गया था.
इतिहास में अलग-अलग संस्कृतियों द्वारा नाव दफनाने (Boat burials) का जिक्र किया गया है. वे शायद स्कैंडिनेविया के वाइकिंग्स अपने योद्धाओं और नेताओं को पारंपरिक लंबी नावों में दफनाते थे. नाव दफनाने के ज्यादातर उदाहरण समुद्री यात्रा से जुड़ी संस्कृतियों में पाए जाते हैं. लेकिन इस मामले में शोधकर्ताओं का कहना है कि नाव एक प्रतीक के तौर पर थी, जो युवती ती मौत के बाद की यात्रा करने में मदद करती.