न्यूयार्क, एक ताजा शोध में पता चला है कि क्रोनिक एसिडिटी की दवा से वैश्विक महामारी कोविड-19 का इलाज हो सकता है। गैस्ट्रिक समस्या को दूर करने की एक सस्ती दवा फैमोटिडाइन जिसमें पेपसिड भी होता है, को इस तरह विकसित किया गया है ताकि हिस्टामाइन रिसेप्टरों को ब्लाक किया जा सके। वर्जीनिया यूनिवर्सिटी की एक टीम ने 22 हजार लोगों के एक विशाल सैम्पल पर यह शोध किया है। इसमें टीम को मिले नतीजों में पता चला कि जब फैमोटिडाइन की अधिक खुराक (करीब दस पेपसिड टेबलेट) दी जाती है तो कोविड-19 के गंभीर मरीजों को भी बचाया जा सकता है। खासकर जब इसे एस्पिरिन के साथ मिलाकर दिया जाता है।
वरिष्ठ वैज्ञानिक कैमरून मुरा ने बताया कि गैस बनने से रोकने वाली यह दवा प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाती है और इससे साइटोकाइन का उफान उठता है। हालांकि शोधकर्ताओं का कहना है कि फैमोटिडाइन से बीमारी को सीमित किया जा सकता है। लेकिन अन्य दवाओं की ही तरह इसके भी साइड एफेक्ट्स हैं।