NASA का वॉयजर-1 अंतरिक्ष यान भेज रहा अजीबोगरीब मैसेज, क्या एलियंस ने कर लिया है हाईजैक

Update: 2022-05-20 08:37 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। नासा का वॉयजर-1 (Voyager-1) अंतरिक्ष में हमारे सौर मंडल के पार की यात्रा कर रहा है। 45 साल पहले इसे अंतरिक्ष में भेजा गया था। लेकिन वॉयजर अब अजीबोगरीब डेटा भेजा रहा है, जिसके कारण उसके वैज्ञानिक हैरान हैं। NASA ने बुधवार को बताया कि वॉयजर ठीक से काम कर रहा है, उसका एंटीना भी पृथ्वी की ओर है लेकिन ये अब अपने स्थान को लेकर अलग तरह का मैसेज भेज रहा है, जो बाकी डेटा से मैच नहीं खाता है। ये डेटा नासा के लिए जरूरी है इसी से वे तारों के जरिए पृथ्वी की सही दिशा में उसका एंटीना रख सकेंगे।

नासा की जेट प्रोपल्शन लेबोरेट्री की एक प्रोजेक्ट मैनेजर सुजैन डॉड ने कहा कि, 'वायेजर का इस तरह व्यवहार करना एक रहस्यमय बात है। वॉयजर का AACS सिस्टम सही जानकारी नहीं दे रहा है। AACS वॉयर की जगह की जानकारी देने के अलावा वह कई अन्य काम करता है। उनमें से एक वॉयजर के एंटीना को पृथ्वी की ओर रखना है।' उन्होंने आगे कहा, 'AACS अभी काम कर रहा है, लेकिन वह एरर वाले डेटा भेज रहा है, जिसे सुधारने की कोशिश की जा रही है।'
 पहले भी ठीक की है वॉयजर की समस्या
डॉड ने आगे कहा, 'अभी इस कारण वॉयजर में कोई समस्या नहीं देखने को मिली है। एंटीना लगातार सिग्नल भेज रहा है, यानी कि वह सही से काम कर रहा है और पृथ्वी की तरफ है।' डॉड ने कहा कि इंजीनिय इसका सॉल्यूशन सॉफ्टवेयर बदल कर करने की कोशिश में हैं। लेकिन अगर ये सही नहीं हुआ तो हम इसके प्रति अनुकूल हो जाएंगे। ये पहली बार नहीं है कि वॉयजर में कोई समस्या आई है। 2017 में उसके थ्रस्ट में खराबी आ गई थी। जिसके बाद एक दूसरे थ्रस्ट 37 साल बाद शुरू किया गया था।
एक मैसेज के आने जाने में लग जाते हैं दो दिन
वॉयजर-1 को 1977 में लॉन्च किया गया था। इसने 2012 में हमारे सौर मंडल को छोड़ दिया था और इंटरस्टेलर स्पेस में पहुंच गया। वॉयजर 1 दुनिया में इंसान की बनाई इकलौती वस्तु है जो पृथ्वी से सबसे ज्यादा दूर है। वायजर इस समय पृथ्वी से 23 अरब किलोमीटर दूर है। यह दूरी इतनी है कि पृथ्वी और वॉयजर से एक मैसेज आने और उसे वापस वॉयजर को भेजने में 48 घंटे का समय लग जाता है


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