अंतरिक्ष एजेंसी नासा चंद्रमा पर खुदाई करने की योजना बना रही है। वहां संसाधनों की खोज की जायेगी. ऐसा कहा गया है कि अंतरिक्ष एजेंसी अगले 10 साल के भीतर यह काम शुरू कर देगी। नासा चंद्रमा पर अपने नए मिशन के लिए जोर-शोर से तैयारी कर रहा है। 2025 तक अंतरिक्ष एजेंसी वहां इंसानों को उतारने जा रही है। 1972 के बाद एक बार फिर इंसान को चांद पर उतारने की तैयारी की जा रही है। इस बार चांद पर उतरने वाले इन अंतरिक्ष यात्रियों में महिलाएं भी शामिल होंगी.
अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने अपने महत्वाकांक्षी चंद्र मिशन की तैयारी कर ली है। अगले 10 वर्षों में नासा चंद्रमा पर खुदाई करेगा और वहां संसाधनों की तलाश करेगा। द गार्जियन की रिपोर्ट के मुताबिक, 2032 तक नासा चांद से मिट्टी खोदकर संसाधन ढूंढेगा. रिपोर्ट में कहा गया है कि नासा अपने आर्टेमिस मिशन के तहत 2025 तक चंद्रमा की सतह पर इंसान के पैर रखने जा रहा है.
इसके लिए एजेंसी एक टेस्ट ड्रिल भेजेगी जो चंद्रमा की मिट्टी की खुदाई करेगी। इसके साथ ही एजेंसी ने वहां प्रोसेसिंग प्लांट बनाने की भी योजना बनाई है. रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि चांद पर उत्पादन के लिए पहली ग्राहक रॉकेट कंपनियां हो सकती हैं, जो यहां ईंधन या ऑक्सीजन की खरीदार बन सकती हैं. नासा 2015 में ही चंद्रमा पर खुदाई का जिक्र कर चुका है. वेबसाइट पर एक लेख में एजेंसी ने बताया है कि वह चंद्रमा पर खुदाई की योजना क्यों बना रही है।
नासा के अनुसार चंद्रमा पर तीन महत्वपूर्ण तत्व मौजूद हैं। ये पानी, हीलियम और दुर्लभ धातुएँ हैं, जो पृथ्वी पर भी मौजूद हैं। एजेंसी का कहना है कि पानी को रॉकेट ईंधन में बदला जा सकता है। हीलियम से ऊर्जा उत्पन्न की जा सकती है। साथ ही, स्कैंडियम और येट्रियम जैसी दुर्लभ धातुओं का उपयोग भी इलेक्ट्रॉनिक्स क्षेत्र में किया जा सकता है।