NASA को अंतरिक्ष में मिला सूरज का 'छोटा भाई', केवल 60 करोड़ साल पुराना, धरती से 30 प्रकाशवर्ष की दूरी पर स्थित
अमेरिकी अंतरिक्ष नासा के खगोलविदों को अंतरिक्ष में सूरज का 'छोटा भाई' मिला है। दरअसल यह एक तारा है जो केवल 60 करोड़ साल पुराना है
अमेरिकी अंतरिक्ष नासा के खगोलविदों को अंतरिक्ष में सूरज का 'छोटा भाई' मिला है। दरअसल यह एक तारा है जो केवल 60 करोड़ साल पुराना है। वैज्ञानिकों का मानना है कि इससे धरती पर कैसे जीवन आया, इसका खुलासा हो सकता है। इस युवा तारे का नाम कप्पा 1 सेती है और इसका द्रव्यमान तथा सतह का तापमान हमारे सूरज की तरह है। यह तारा धरती से 30 प्रकाशवर्ष की दूरी पर स्थित है।
नासा के गोड्डार्ड स्पेस फ्लाइट सेंटर मेरीलैंड के मुताबिक यह सितारा मात्र 60 से 75 करोड़ साल पुराना है। इसके विपरीत माना जाता है कि हमारा सूरज अपनी आधी उम्र पार कर चुका है और 4.6 अरब साल पुराना है। वैज्ञानिकों के मुताबिक सूरज की तरह से इस युवा सितारे की खोज से हमें शुरुआती सौर व्यवस्था की स्थिति के बारे में अहम जानकारी हासिल हो सकती है।
सूरज ने पृथ्वी के वातावरण को कैसे आकार दिया, चलेगा पता
नासा ने कहा, 'इस खोज से वैज्ञानिकों को यह समझने में मदद मिलेगी कि कैसे हमारे सूरज ने पृथ्वी के वातावरण को आकार दिया और धरती पर जीवन का विकास हुआ।' इस शोध में युवा सितारे से निकल रही हवा के बारे में भी अध्ययन किया गया है। वैज्ञानिकों ने कहा कि यह असंभव है कि अरबों साल पहले के सोलर सिस्टम में जाया जा सके और यह देखा जा सके जब पृथ्वी पर पहली बार जीवन का विकास हुआ था, उस समय सूरज कैसा था।
हमारी आकाश गंगा में 100 अरब से ज्यादा तारे हैं और 10 में से एक तारा आकार और प्रकाश के मामले में हमारे अपने तारे की तरह से हैं। इन तारों में से कई अभी विकास की अवस्था में हैं। शोध के लेखक व्लादिमीर कहते हैं, 'कल्पना कीजिए मैं एक बच्चे की तस्वीर को एक जवान की तस्वीर से बनाने का प्रयास कर रहा हूं जो उस समय एक या दो साल के थे और ये सभी तस्वीरें डिलीट हो गई हैं या खो गईं।' यह सितारा धरती से 30 प्रकाशवर्ष की दूरी पर है और नासा के मुताबिक अगर देखें तो यह हमारी धरती की दूसरी गली में है। यह सितारा पृथ्वी के 9 दिन में एक बार तेजी से घूमता है।