मंडेला इफेक्ट? जिसका संबंध जोड़ा जाता है समानांतर ब्रह्मांड से
हमारे ब्रह्मांड में ना जाने कितने ऐसे रहस्य हैं, जिनके ऊपर से अब तक पर्दा नहीं उठ सका है।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। हमारे ब्रह्मांड में ना जाने कितने ऐसे रहस्य हैं, जिनके ऊपर से अब तक पर्दा नहीं उठ सका है। प्रोफेसर मिचिओ काकू जो कि स्ट्रिंग थ्योरी के को-फाउंडर हैं, उनकी माने तो इस ब्रह्मांड में कुल 10 आयाम मौजूद हो सकते हैं। इन आयामों के बारे में हम ज्यादा कुछ नहीं जानते हैं क्योंकि ये हमारी सामान्य बुद्धि से बहुत आगे की चीजें हैं।
इसी कड़ी में एक कॉन्सेप्ट आता है समानांतर ब्रह्मांड का। इस थ्योरी के मुताबिक हमारे यूनिवर्स की तरह इस जगत में और भी कई यूनिवर्स मौजूद हैं, जो बिल्कुल हमारे जैसे ही हैं। उनमें हम जैसे ही लोग रहते हैं। उनके ग्रह नक्षत्र तारे भी हमारे जैसे ही हैं। इसी वजह से उनको समानांतर ब्रह्मांड कहा जाता है। आज जिस मंडेला इफेक्ट की हम बात करने वाले हैं, उसका संबंध भी इसी समानांतर ब्रह्मांड से है। इसी सिलसिले में आज हम मंडेला इफेक्ट के रहस्यों के बारे में जानेंगे और इस बात का भी पता लगाएंगे कि आखिर इसका नाम साउथ अफ्रीका के महान राष्ट्रपति नेल्सन मंडेला के नाम पर क्यों पड़ा?
कई वैज्ञानिकों का कहना है कि जब किसी दूसरे समानांतर ब्रह्मांड में घटी हुई घटना की यादें हमारे ब्रह्मांड में किसी ग्लिच के कारण आ जाती हैं, तो उसे मंडेला इफेक्ट कहा जाता है। दूसरे ब्रह्मांड की ये मेमोरी जब ग्लिच के कारण हमारे या किसी अन्य यूनिवर्स में प्रवेश करती हैं, तो उसका व्यापक असर ब्रह्मांड में देखने को मिलता है। शायद यही घटना साल 2013 में नेल्सन मंडेला की मृत्यु के दौरान घटी थी।
अब सवाल उठता है कि इस रहस्यमय घटना का नाम मंडेला इफेक्ट ही क्यों पड़ा? आपको बता दें कि साल 2013 में जब नेल्सन मंडेला की मृत्यु हुई। उस दौरान बड़ी संख्या में लोगों ने ये कहा कि मंडेला की तो बहुत समय पहले ही मृत्यु हो चुकी है, जब वो राष्ट्रपति भी नहीं थे। लोगों ने इस बात का भी दावा किया कि उस दौरान उन्होंने नेल्सन मंडेला की मृत्यु का फ्यूनरल भी टीवी पर देखा था। इस बात का दावा कोई एक या दो व्यक्ति ने नहीं बल्कि लाखों लोगों ने किया था। घटना के सामने आने के बाद इस अजीबो गरीब वाकिये का नाम मंडेला इफेक्ट पड़ा। कई लोगों का कहना है कि शायद किसी अन्य समानांतर ब्रह्मांड की यादें हमारे ब्रह्मांड में ग्लिच के चलते आ गई थीं। इस कारण लाखों लोग ये कह रहे थे कि नेल्सन मंडेला की मृत्यु साल 1980 में ही हो गई थी।
क्या वाकई में ब्रह्मांड में हुए किसी ग्लिच के कारण नेल्सन मंडेला की मृत्यु की कुछ यादें दूसरे ब्रह्मांड से हमारे ब्रह्मांड में आई थीं? या कई लोग बड़े पैमाने पर एक भ्रम का शिकार हुए थे? ये आज भी कोई नहीं जानता है।
मंडेला इफेक्ट क्या है? और कैसे काम करता है? इसके कोई पुख्ता सबूत हमको नहीं मिले हैं। ये महज एक परिकल्पना ही है। इसमें कितनी हकीकत है और कितना फसाना ये आज तक कोई नहीं जान पाया है। हालांकि समय समय पर कई लोग मंडेला इफेक्ट से जुड़ी घटनाओं का दावा करते रहते हैं।