Landslides : मंगल ग्रह पर भी होता है भूस्खलन, अद्भुत तस्वीरों में दिखा बहा हुआ मलबा, ESA ने शेयर की तस्वीरें

मंगल कई मायनों में धरती जैसा माना जाता है। इसीलिए यहां जीवन की खोज पर दुनियाभर के वैज्ञानिकों की नजर रही है

Update: 2021-09-02 10:13 GMT

मंगल कई मायनों में धरती जैसा माना जाता है। इसीलिए यहां जीवन की खोज पर दुनियाभर के वैज्ञानिकों की नजर रही है। हालांकि, जीवन की संभावना के साथ-साथ धरती जैसी आपदाएं भी यहां देखी जा सकती हैं। कुछ वक्त पहले मंगल पर आने वाले भूकंप की चर्चा खूब हुई थी और अब यूरोपियन स्पेस एजेंसी ESA ने मंगल पर भूस्खलन की तस्वीरें शेयर की हैं। ये तस्वीरें ExoMars Trace Gas Orbiter ने 13 अप्रैल को ली थीं। इनमें 5 किमी लंबा भूस्खलन देखा जा सकता है।

यह भूस्खलन मंगल के Aeolis क्षेत्र में 35 किमी चौड़े क्रेटर में देखा गया था। ESA ने इंस्टाग्राम पर तस्वीरें शेयर करते हुए बताया है कि पर्यावरण के कुछ खास हालात बनने पर जमीन में होने वाले बदलाव के कारण भूस्खलन होते हैं। धरती की तरह मंगल पर भी ये छोटे और बड़े हो सकते हैं या कोई भी आकार ले सकते हैं। धरती पर खास जगहों पर इन्हें स्टडी किया जाता है ताकि मंगल जैसी दूसरी जगहों पर इन्हें समझा जा सके।

कब हुआ था भूस्खलन?
तस्वीर में जो भूस्खलन देखा गया है उसके लिए जहां से मटीरियल ढहा है, उसे समझने की कोशिश की गई है। इस मलबे का निकलना और फिर डिपॉजिट होने वाला इलाका दिखाई दे रहा है। इसके कारण बने रास्ते और ढेर भी देखे जा सकते हैं। ESA ने बताया है कि लोब पर दिख रहे इंपैक्ट क्रेटर से पता चलता है कि यह भूस्खलन हाल ही में नहीं हुआ है लेकिन यह पता लगाना अपने आप में एक बड़ी चुनौती है कि यह कब हुआ था।

पांच साल पहले पहुंचा था क्राफ्ट
TGO करीब पांच साल पहले 2016 मंगल को ऑब्जर्व करने पहुंचा था और दो साल बाद साल 2018 में उसने अपना पूरा साइंस मिशन शुरू किया था। यह स्पेसक्राफ्ट लाल ग्रह की तस्वीरें भी लेता है और इसके साथ-साथ इसके वायुमंडल में मौजूद गैसों को भी देखता है। मंगल की सतह को मैप करता है और सतह पर पानी से भरी जगहों को भी खोजता है। इसकी मदद से और ज्यादा डेटा की उम्मीद की जा रही है जिसका अगले मिशन में इस्तेमाल हो सके।


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