जनता से रिश्ता वेबडेस्क। अपराजिता फूल (Aparajita Flower) जिसे बटरफ्लाई मटर के रूप में जाना जाता है, वैज्ञानिक रूप से "Clitoria ternatea" कहा जाता है। यह एक प्राचीन थाई हर्बल पौधा है जिसके बहुत सारे स्वास्थ्य लाभ हैं। थाईलैंड और वियतनाम जैसे देशों में लोग इस फूल को "Blue pea" या "Asian pigeon wings" के रूप में संदर्भित करते थे। अपराजिता भारत में कहीं भी पाई जाती है, इसका उपयोग पूजा के लिए किया जाता है। यह बहुत कम या बिना रखरखाव के अपने दम पर अच्छी तरह से विकसित हो सकता है।
आयुर्वेद के अनुसार, सफ़ेद और नीले फूल वाले अपराजिता वृक्ष को बहुत लाभकारी माना जाता है। इसका उपयोग महिलाओं, पुरुषों और बच्चों से लेकर बुजुर्गों के लिए उपयोगी है, इसका उपयोग उपचार के रूप में किया जाता है। इसका लाभ चाय (Herbal Tea) के रूप में किया जा सकता है। इस लेख में अपराजिता फूल के औषधीय गुणों (Medicinal properties of Aparajita flower) के बारे में चर्चा की गयी है।
अपराजिता फूल के 3 औषधीय गुण
1. मधुमेह को नियंत्रित करे (Controls Diabetes)
ब्लड में शुगर के अवशोषण स्तर को नियंत्रित करके मधुमेह रोगियों के लिए हर्बल चाय अविश्वसनीय है। भोजन के बीच ली गई एक कप अपराजिता फूल से बानी हर्बल चाय ब्लड शुगर के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करेगी और अगले भोजन तक आपके स्तर को स्थिर रखेंगे। यहां तक कि नीले फूलों की चाय ब्लड शुगर लेवल को कम करती है।
2. नेत्र स्वास्थ्य का ख्याल रखने में मददगार (Helpful In Maintaining Eye Health)
यह फूल आंखों की विभिन्न समस्याओं के इलाज और आंखों की रोशनी में सुधार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। अपराजिता प्रोएंथोसायनिडिन (Butterfly Pea Proanthocyanidin) का एंटीऑक्सीडेंट आंखों की केशिकाओं में खून के प्रवाह को बढ़ाता है। धुंधली दृष्टि, रेटिना क्षति आदि से छुटकारा दिलाने में मदद करता है।
3. घाव भरना में मदद करे (Helps In Healing Wounds)
अपराजिता के पौधे से प्राप्त की गयी पत्तियों में वैज्ञानिक रूप से ऐसे गुण पाए गए हैं जो संक्रमण के खतरे को कम करते हैं। अपराजिता की पत्ती से बना लेप घाव भरने पर सकारात्मक प्रभाव दिखाता है। अपराजिता पौधे के एंटी-फंगल और एंटी-बैक्टीरियल गुणों से भरपूर होता है।