दिल्ली के Pollution से बचना है तो इन बातों को ज़रूरी करें फॉलो

दिवाली और सर्दी का मौसम आते ही एक बार फिर दिल्ली में हवा की गुणवत्ता जीवित सभी के लिए ख़तरनाक स्तर पर पहुंच गई है।

Update: 2020-11-27 05:38 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क| दिवाली और सर्दी का मौसम आते ही एक बार फिर दिल्ली में हवा की गुणवत्ता जीवित सभी के लिए ख़तरनाक स्तर पर पहुंच गई है। इस साल कोरोना वायरस महामारी की वजह से समस्या दोहरी हो गई है।

क्या कदम उठा रही है दिल्ली सरकार?

पराली जलाने से उठे धुएं की समस्या पर इस साल पूसा इंस्टीट्यूट ने पराली का एक बहुत सस्ता और सरल उपाय ढूंढा है। उन्होंने एक घोल बनाया है, पराली के ऊपर उसको छिड़कने से उसका डंठल गल जाता है और वह खाद बन जाती है। वहीं, उड़ती धूल से निपटने की कोशिश पर उन्होंने बताया कि 'मिट्टी के उड़ने से प्रदूषण होता है तो उसको रोकने के लिए एंटी डस्ट कैंपेन शुरू किया है। कहीं पर भी डस्ट उड़ती देखेंगे तो उनका चालान किया जाएगा। मैकेनिकल स्वीपिंग कराई जाएगी। सड़कों में गड्ढे ठीक कराए जाएंगे। एन्टी स्मॉग गन बड़े स्तर पर जगह-जगह लगाई जा रही हैं।

प्रदूषण से बचने के लिए क्या करें

मास्क पहनने या फिर घर पर ही रहने से दिल्ली और उसके आसपास के इलाकों में महिलाओं, बच्चों, बुज़ुर्गों या फिर पुरुषों को प्रदूषण से पूरी तरह नहीं बचाया जा सकता। तेज़ी से बढ़ते कोरोना वायरस और प्रदूषण के बीच एक बार फिर इम्यूनिटी को मज़बूत करना अहम हो गया है। इसलिए, आज हम बता रहे हैं कि बढ़ते हुए प्रदूषण से किस तरह बचा जा सकता है। साथ ही जानें कि कैसे प्रदूषण के कारण बीमार होने की संभावना से बचें या कैसे अपनी इम्यूनिटी बढ़ाएं।

- जितना हो सके घर के अंदर ही रहें।

- इस दौरान घर से बाहर एक्सरसाइज़ न करें। आप घर पर या फिर जिम में वर्कआउट कर सकते हैं।

- बिना मास्क पहने घर से बाहर न निकलें।

- अगर बाहर का तापमान कम है या फिर ठंडी हवाएं चल रही हैं, तो कोशिश करें कि बाहर न जाएं।

- कूड़े, घास, लकड़ी और प्लास्टिक को न जलाएं।

खान-पान में भी करें बदलाव

एक संतुलित और स्वस्थ डाइट आपकी इम्यूनिटी को बढ़ाती है और हवा में पाए जाने वाले टॉक्सिन्स से शरीर को लड़ने के लिए मज़बूत बनाती है। अपने खाने में ऐसी चीज़ें शामिल करें जो पोषक तत्वों से भरपूर और एंटी-इंफ्लामेट्री हों, साथ ही डिटॉक्स में मदद करे और इम्यून पॉवर को बढ़ाए। खासकर, खाने में विटामिन-सी को ज़रूर शामिल करें। आमला, अमरूद, नींबू, संतरे आदि में विटामिन-सी की अच्छी मात्रा होती है।

यहां तक कि विटामिन-ई भी एंटीऑक्सीडेंट्स का बड़ा स्रोत है। ये आपको सूरजमुखी के बीजों, बादाम, एवाकाडोज़, मूंगफली, ब्रैन ऑइल, सैलमन, पाइन नट्स, ब्राज़ील नट्स में मिलेगा। कोई भी खाना जो श्वसन अंगों को ठीक कर सकता है या आराम दे सकता है, उसे सप्ताह में कम से कम एक बार इस्तेमाल किया जाना चाहिए। ग्रीन-टी, हर्बल चाय (अदरक, काली मिर्च, लौंग, तुलसी), हल्दी दूध और अन्य प्राकृतिक एंटी-एलर्जी खाद्य पदार्थ मददगार साबित हो सकते हैं।

कितने उपयोगी होते हैं मास्क?

मास्क हानिकारक कणों को सांस के द्वारा शरीर में पहुंचने से रोकते है। ये न सिर्फ आपको प्रदूषण बल्कि कोरोना वायरस से भी बचाएंगे। लेकिन इसके लिए आपको खास मास्क लेने होंगे, जैसे मास्क 95 और मास्क 99 लेने की सलाह दी जाती है और यह मार्केट में आसानी से उपलब्ध भी होते हैं।

अपने घर के अंदर की हवा को कैसे साफ रखें?

प्रदूषण के सबसे प्रभावी समाधानों में से एक पौधे हैं, लेकिन दुख की बात है कि हम में से कई लोग स्कूल में पढ़ाए गए विज्ञान के पाठों को भूल गए हैं। अपने घर में छोटे-छोटे एलो-वेरा या स्पाइडर प्लांट के पौधे लगाएं। ये आपके घर की हवा को काफी हद तर ताज़ा रखेंगे।


 

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