पृथ्वी का सबसे करीबी विशाल Blackhole Sagittarius A* है 2,000 प्रकाशवर्ष

हमारी गैलेक्सी के बीच में है Sagittarius A* नाम का एक विशाल ब्लैकहोल

Update: 2020-11-28 16:15 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क : टोक्यो: हमारी गैलेक्सी के बीच में है Sagittarius A* नाम का एक विशाल ब्लैकहोल (Supermassive Blackhole, SMBH) जिसका द्रव्यमान (mass) हमारे सूरज से 40 लाख गुना है। अब वैज्ञानिकों को पता लगा है कि पहले के आकलन की तुलना में हम इस ब्लैकहोल से 2000 प्रकाशवर्ष ज्यादा करीब हैं। हालांकि, इसका मतलब यह नहीं है कि इससे हमारी टक्कर होने वाली है.

करीब आया ब्लैकहोल?

दरअसल, यह ब्लैकहोल हमारी धरती के करीब बढ़ा नहीं है बल्कि नए और सटीक डेटा के आधार पर नए मॉडल से इसकी स्थिति का पता चला है। करीब 15 साल से जापान का एक रेडियो ऐस्ट्रोनॉमी प्रॉजेक्ट VERA इससे जुड़ा डेटा इकट्ठा कर रहा था। इंटरफेरोमेट्री की तकनीक से VERA ने जापान में लगे टेलिस्कोप्स से डेटा इकट्ठा किया और उसे मौजूदा डेटा के साथ मिलाकर Milky Way का सबसे सटीक नक्शा तैयार किया।

गैलेक्सी क्लस्टर्स दुनिया में सबसे बड़े ऑब्जेक्ट होते हैं जो ग्रैविटी (गुरुत्वाकर्षण) की वजह से आपस में जुड़े रह सकते हैं। इस पूरे सिस्टम को नाम दिया गया है Abell 2384। गैलेक्सी क्लस्टर में सैकड़ों गैलेक्सीज होती हैं और कई लाख डिग्री तापमान पर गैसें जो एक्स-रे की मौजूदगी में चमकती हैं। इसके साथ ही विशाल मात्रा में डार्क मैटर भी होता है।

Abell 2384 में बेहद गर्म गैसों का ब्रिज है जिसकी इमेज NASA की Chandra X-Ray Observatory, ESA की XMM-न्यूटन और भारत के जायंट मीटरवेव रेडियो टेलिस्कोप से तैयार की गई है। एक गैलेक्सी क्लस्टर के बीचों-बीच में विशाल ब्लैक होल है जिससे एक जेट निकलता दिखाई दे रहा है। यह जेट इतना शक्तिशाली है कि इसने दोनों गैलेक्सीज के बीच बने गैस के पुल को मोड़ दिया है। यह पुल 30 लाख लाइट इयर्स बड़ा है और इसका मास 6 ट्रिलियन सूर्यों के बराबर है।

जारी की गई इमेज में पुल का आकार और यह विशाल ब्लैकहोल देखा जा सकता है। जिस जगह पर दोनों क्लस्टर्स में टक्कर हुई थी वहां किसी सॉनिक बूम (Sonic Boom) के जैसे निशान भी दिखते हैं। माना जाता है कि इससे ही गैसें गर्म रहती हैं और ठंडी होकर सितारों में तब्दील नहीं होती हैं।

पहले भी गैलेक्सी क्लस्टर्स के सेंटर में गर्म गैसों के जेट्स बनते देखे गए हैं लेकिन Abell 2384 एक ऐसा दुर्लभ केस है जहां क्लस्टर के किनारे की ओर यह देखने को मिला है। साथ ही, यह भी अजूबा है कि जेट जिस ब्लैकहोल के कारण बना है वह सबसे बड़ी गैलेक्सी के बीच में नहीं है। वैज्ञानिकों का मानना है कि कुछ वक्त बाद Abell 2384 के दोनों क्लस्टर आपस में मिल जाएंगे।

नए नतीजों में क्या मिला?

हमारी आकाशगंगा के 99 पॉइंट्स की स्थिति और वेलॉसिटी (गति) के आधार पर VERA ने पाया है कि Sagittarius A* दरअसल हमारी धरती से 25,800 लाइट इयर दूर है। VERA ने यह भी पाया है कि धरती हर सेकंड 220 किमी नहीं, 227 किमी की स्पीड पर गैलेक्सी के केंद्र का चक्कर काट रही है। VERA की कोशिश है और सटीक डेटा जुटाया जा सके।


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