गजब: बुध ग्रह की अनोखी फोटो ली गई, दुनिया ने देखा

Update: 2022-06-26 06:17 GMT

Photo: ESA | न्यूज़ क्रेडिट: आजतक 

नई दिल्ली: यूरोप और जापान के साझा मिशन बेपीकोलंबो (BepiColombo) ने बुध (Mercury) ग्रह का अपना दूसरा फ्लाईबाई (Flyby) पूरा कर लिया है. इसके तीन मॉनिटरिंग कैमरे (MCAM) ने सूर्य के सबसे नजदीक इस ग्रह की खूबसूरत तस्वीरें साझा की हैं.

यूरोपियन स्पेस एजेंसी (ESA) के बेपीकोलंबो डिप्टी स्पेसक्राफ्ट ऑपरेशंस के मैनेजर इमानुएला बोर्डोनी (Emanuela Bordoni) का कहना है कि हमने बुध ग्रह के 6 फ्लाईबाई में से दूसरा पूरा कर लिया है. 2025 में बुध की कक्षा में पहुंचने से पहले, अगले साल तीसरे फ्लाईबाई के लिए वापस आएंगे.
BepiColombo को सूर्य के सबसे नजदीक ग्रह बुध का अध्ययन करने के लिए तैयार किया गया है. इसे ग्रह के चारों ओर अपनी ऑर्बिट और गति को एडजस्ट करने के लिए बुध ग्रह की ग्रैविटी की जरूरत थी. साथ ही, यह ऑर्बिट में प्रवेश करने का सबसे आसान और कम ईंधन की खपत वाला तरीका है. फिलहाल यह उपलब्ध उपकरणों के साथ, कई चीजों की पड़ताल कर रहा है.
बेपीकोलंबो सबसे छोटे ग्रह के चारों ओर घूमता है. ये रात की तरफ, ग्रह की सतह से केवल 200 किलोमीटर दूर था, कैमरा ने करीब पांच मिनट बाद 800 किलोमीटर की दूरी से ग्रह की तस्वीरें लेनी शुरू कीं. 40 मिनट तक तस्वीरें ली गईं.
तस्वीरों में कुछ साइंटिफिक टार्गेट को दिखाया गया है, जिनकी स्टडी BepiColombo करेगा. इनमें कैलोरिस बेसिन (Caloris Basin) है, जो लावा क्षेत्र लगता है और हेनी क्रेटर (Heany crater), जो एक ज्वालामुखी है जिसका अध्ययन किया जाएगा.
ईएसए के मर्क्यूरी सरफेस एंड कंपोजिशन वर्किंग ग्रुप के हेड और MCAM टीम के सदस्य, डेविड रोथरी का कहना है कि मर्करी फ्लाईबाई 1 की तस्वीरें अच्छी थीं, लेकिन फ्लाईबाई 2 तस्वीरें और भी बेहतर हैं. इन तस्वीरों में कई साइंस गोल्स साफ देखे जा सकते हैं. मैं इस अद्भुत ग्रह के ज्वालामुखी और इसके टेक्टॉनिक इतिहास को समझना चाहता हूं.
BepiColombo दिसंबर 2025 में बुध के चारों ओर कक्षा में होगा, इसके तुरंत बाद साइंस मिशन शुरू होगा.


 


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