इस देश में 841 जलगायों की मौत, वैज्ञानिक हैरान और परेशान, सामने आई ये वजह
अमेरिका के फ्लोरिडा में जलगायों (Manatees) की हो रही मौत से वैज्ञानिक और सरकार परेशान है. इस साल 1 जनवरी से 2 जुलाई तक 841 जलगायों की मौत हो चुकी है. ये सारी जलगायें फ्लोरिडा के तटों के पास मृत मिली हैं. मौत की प्राथमिक वजह भूख बताई जा रही है. यानी इन जीवों को समुद्र में या फिर इनके निवास स्थान में पर्याप्त खाना नहीं मिल रहा है. सोचिए यह कितना भयावह माहौल है? आइए जानते हैं इन जलगायों की मौत पर क्या कहते हैं वैज्ञानिक...
फ्लोरिडा फिश एंड वाइल्डलाइफ कंजरवेशन कमीशन (FFWCC) के हिसाब से इस साल अब तक 841 जलगायों (Manatees) की मौत हो चुकी है. फ्लोरिडा में जलगायों के लिए सबसे खराब साल 2013 था, उस समय 830 जलगायों की मौत हुई थी. समाचार एजेंसी AP की रिपोर्ट के मुताबिक 2013 में जलगायों की मौत एल्गल ब्लूम की वजह से हुई थी. इस एल्गल ब्लूम को रेड टाइड नाम दिया गया था. एल्गल ब्लूम से निकले विषाक्त रसायनों ने इनकी जान ले ली थी.
इस साल जो जलगायें मर रही हैं, उनकी मौत की प्राथमिक वजह खाना नहीं मिलना बताया जा रहा है. ये जलगायें आमतौर पर पानी की तलहटी में जमी समुद्री घास (Seagrass) को खाकर जिंदा रहती है. इस साल सबसे ज्यादा जलगायों की मौत ठंडी वाले महीनों में हुई है. फ्लोरिडा के पूर्वी तट पर स्थित ऑरलैंडो के तीन लगून में इनका आना हुआ था. इसे इंडियन रिवर लगून कहते हैं. लेकिन यहां मौजूद समुद्री घास खत्म हो चुकी थी. इसलिए ये भूख से मारी जा रही हैं.
समुद्री घास (Seagrass) के खत्म होने की वजह से जलगायों (Manatees) को जिंदा रहना मुश्किल हो रहा है. दूसरी वजह है इनकी आबादी भी पिछले कुछ सालों में बढ़ी है. यानी ज्यादा जलगाय होंगी तो समुद्री घास की जरूरत भी ज्यादा होगी. लेकिन पानी में फर्टिलाइजर और सीवेज की गंदगी मिलने की वजह से नाइट्रोजन और फॉस्फोरस की मात्रा बढ़ रही है. इस वजह से एल्गल ब्लूम (Algal Bloom) होता है. जो कि इन जलगायों के लिए खतरनाक साबित होता है.
FFWCC के मुताबिक एल्गल ब्लूम की वजह से पानी की स्पष्टता खत्म होती है. सूरज की रोशनी की सप्लाई खत्म हो जाती है. इससे तलहटी में उगने वाली समुद्री घास तक धूप जाती नहीं तो ये खत्म होने लगती हैं. अब यह संस्था देश के कई अन्य संगठनों, यूनिवर्सिटीज और सरकारी एजेंसियों के साथ मिलकर जलगायों के हैबिटैट को वापस लौटाने का प्रयास कर रही है.
FFWCC ने मार्च में जलगायों की मौत को अप्रत्याशित घटना कहा था. इस घोषणा के साथ ही अमेरिकी सरकार, राज्य की सरकार और गैर-सरकारी संस्थाएं जलगायों को बचाने के लिए सारे प्रयास शुरु कर देते हैं. जलगायों के मरने की खबर से पूरे अमेरिका में वन्यजीव प्रेमी दुखी हैं. वे लगातार इसे बचाने के लिए आवाज उठा रहे हैं, साथ ही अलग-अलग स्थानों पर जहां भी जलगाय हैं, वहां उनकी निगरानी में जुट गए हैं.
कमीशन ने कहा कि अटलांटिक में पाई जाने वाली जलगायें (Manatees) न जाने कैसे अपनी भूखे रहने की क्षमता को विकसित कर लेती हैं. ये बात अब तक वैज्ञानिकों को समझ में नहीं आई है. लेकिन फ्लोरिडा में लगातार तापमान बढ़ता जा रहा है. कुपोषित जलगायों के सड़े हुए शव तटों पर देखने को मिल रहे हैं. इन्हें तत्काल बचाने और संरक्षित करने के प्रयासों को तेज करने की जरूरत है.
कमीशन ने बताया कि इस साल की शुरुआत से अब तक 63 जलगायों की मौत बोट की टक्कर होने से हुई है. भूख से मरने की खबर तो पहली बार सामने आई है, इससे पहले जलगायों की मौत ज्यादातर नाव और बोट की टक्कर से लगने वाली चोट की वजह से होती थी. जलगायों (Manatees) की प्रजाति को अमेरिका में एंडेंजर्ड जीवों की सूची में शामिल किया गया है.
जलगाय (Manatees) को जीव विज्ञान की भाषा में ट्रिचेचस मानाटस (Trichechus Manatus) कहा जाता है. 1970 में इनकी आबादी काफी ज्यादा कम हो गई थी. इसके बाद इन्हें बचाने के लिए राष्ट्रीय स्तर पर अभियान चलाया गया. जिसकी वजह से आबादी तो बढ़ी लेकिन अब इनके सामने इंसानों द्वारा बढ़ाए जा रहे प्रदूषण और गंदगी की वजह से भूख की दिक्कत आ रही है.
इस समय फ्लोरिडा के अलग-अलग जलीय स्रोतों के आसपास 6300 जलगाय रहती हैं. ये जलगाय आमतौर पर 13 फीट तक लंबी होती हैं. इनका वजन करीब 590 किलोग्राम होता है. ये अपने शरीर के पिछले हिस्से में स्थित फ्लिपर्स का उपयोग करके तैरती हैं. ये बेहद शांत जीव मानी जाती हैं.