ज्योतिष न्यूज़ : सप्ताह का हर दिन किसी न किसी देवी देवता की साधना आराधना को समर्पित होता है वही गुरुवार का दिन भगवान विष्णु और साईंबाबा की पूजा के लिए श्रेष्ठ माना जाता है इस भक्त साईं बाबा को प्रसन्न करने के लिए उनकी विधिवत पूजा करते हैं और व्रत आदि भी रखते हैं माना जाता है कि ऐसा करने से साईंबाबा का आशीर्वाद मिलता है।
लेकिन इसी के साथ ही अगर हर गुरुवार के दिन साईं बाबा के मंदिर जाकर बाबा की विधिवत पूजा की जाए और उनकी आरती पढ़ी जाए तो वे शीघ्र प्रसन्न हो जाते हैं और अपने भक्तों को सुख समृद्धि व तरक्की का आशीर्वाद प्रदान करते हैं और सारे कष्टों व दुखों का नाश कर देते हैं तो आज हम आपके लिए लेकर आए हैं साईं बाबा की प्रिय आरती।
साईं बाबा आरती—
ॐ जय साईं हरे, बाबा शिरडी साईं हरे।
भक्तजनों के कारण, उनके कष्ट निवारण॥
शिरडी में अव-तरे, ॐ जय साईं हरे।
ॐ जय साईं हरे, बाबा शिरडी साईं हरे॥
दुखियन के सब कष्टन काजे, शिरडी में प्रभु आप विराजे।
फूलों की गल माला राजे, कफनी, शैला सुन्दर साजे॥
कारज सब के करें, ॐ जय साईं हरे।
ॐ जय साईं हरे, बाबा शिरडी साईं हरे॥
काकड़ आरत भक्तन गावें, गुरु शयन को चावड़ी जावें।
सब रोगों को उदी भगावे, गुरु फकीरा हमको भावे॥
भक्तन भक्ति करें, ॐ जय साईं हरे।
ॐ जय साईं हरे, बाबा शिरडी साईं हरे॥
हिन्दु मुस्लिम सिक्ख इसाईं, बौद्ध जैन सब भाई भाई।
रक्षा करते बाबा साईं, शरण गहे जब द्वारिकामाई॥
अविरल धूनि जरे, ॐ जय साईं हरे।
ॐ जय साईं हरे, बाबा शिरडी साईं हरे॥
भक्तों में प्रिय शामा भावे, हेमडजी से चरित लिखावे।
गुरुवार की संध्या आवे, शिव, साईं के दोहे गावे॥
अंखियन प्रेम झरे, ॐ जय साईं हरे।
ॐ जय साईं हरे, बाबा शिरडी साईं हरे॥
ॐ जय साईं हरे, बाबा शिरडी साईं हरे।
शिरडी साईं हरे, बाबा ॐ जय साईं हरे॥
श्री सद्गुरु साईंनाथ महाराज की जय॥
साईं बाबा की दूसरी आरती—
आरती श्री साई गुरुवर की परमानन्द सदा सुरवर की ।
जाके कृपा विपुल सुख कारी दुःख शोक संकट भ्ररहारी।।
शिर्डी में अवतार रचाया चमत्कार से तत्व दिखाया।
कितने भक्त शरण में आए वे सुख़ शांति निरंतर पाए ।।
भाव धरे जो मन मैं जैसा साई का अनुभव हो वैसा।
गुरु को उदी लगावे तन को समाधान लाभत उस तन को।।
साईं नाम सदा जो गावे सो फल जग में साश्वत पावे।
गुरुवार सदा करे पूजा सेवा उस पर कृपा करत गुरु देवा।।
राम कृष्ण हनुमान रूप में दे दर्शन जानत जो मन में।
विविध धरम के सेवक आते दर्शनकर इचित फल पाते।।
जय बोलो साई बाबा की ,जय बोलो अवधूत गुरु की।
साई की आरती जो कोई गावे घर में बसी सुख़ मंगल पावे ।।
अनंत कोटि ब्रह्मांड नायक राजा धिराज योगी राज ,जय जय जय साई बाबा की।।