वराह रूप की पूजा से खत्म होंगे सारे दुख-दर्द
वराह रूप की पूजा से खत्म होंगे सारे दुख-दर्द
हिंदू धर्म में हर एकादशी को भगवान विष्णु को समर्पित किया गया है. इस दिन लोग व्रत रखते हैं, भगवान विष्णु (Lord Vishnu) की माता लक्ष्मी समेत विशेष पूजा-अर्चना करते हैं. हिंदू पंचांग के मुताबिक हर महीने में 2 एकादशी पड़ती हैं. इनमें से कुछ एकादशी को बहुत खास माना गया है. वैशाख मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी भी इन्हीं में से एक है. इसे वरुथिनी एकादशी कहते हैं. इस बार वरुथिनी एकादशी 26 अप्रैल, मंगलवार को है.
वराह रूप की पूजा से खत्म होंगे सारे दुख-दर्द
वरुथिनी एकादशी के दिन भगवान विष्णु के वराह रूप की पूजा की जाती है. मान्यता है कि वरुथिनी एकादशी का व्रत करने और भगवान विष्णु के वराह रूप की पूजा करने से जीवन के सारे कष्ट, पाप और परेशानियां खत्म हो जाती हैं. इतना ही नहीं इस दिन किए गए कुछ उपाय अपार धन देते हैं और आपकी मनोकामनाएं पूरी करते हैं. आइए जानते हैं धन-समृद्धि पाने और सारे कष्ट दूर करने के वरुथिनी एकादशी के प्रभावी उपाय.
- वरुथिनी एकादशी ऐसे समय में आती है जब तेज गर्मी होती है. इस दिन जल और अनाज का दान करना बहुत पुण्य देता है. इस दिन प्याऊ लगवाना, जल से भरे मटके दान करना, मंदिरों के अन्नक्षेत्र में अनाज का दान करना या किसी गरीब को भोजन देना आपके जीवन की कई परेशानियों को दूर कर देगा.
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- खूब सारी धन-दौलत पाने के लिए वरुथिनी एकादशी पर भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की विधि-विधान से पूजा करने के बाद उनका केसर मिश्रित दूध से अभिषेक करें. जल्द ही आपकी आर्थिक स्थिति पर सकारात्मक असर दिखने लगेगा.
- वरुथिनी एकादशी के दिन भगवान की पूजा-अर्चना करके उन्हें पीले फलों का भोग लगाएं और फिर इन फलों को गरीबों में बांट दें. इससे समस्याएं दूर होने लगेंगी.
- वरुथिनी एकादशी को व्रत-पूजा करें, दान करें. साथ ही घर पर किसी योग्य ब्राह्मण को भोजन कराएं. साथ ही उन्हें पीले वस्त्र, हल्दी, पीले फल आदि दान करें. इससे आपकी मनोकामनाएं पूरी होंगी.
- रोग मुक्ति के लिए वरुथिनी एकादशी पर विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करें या किसी योग्य ब्राह्मण से करवाएं. ऐसा करने से आपको रोगों से राहत मिलेगी. बेहतर होगा कि हर एकादशी पर विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करें.