Masik Shivratri ज्योतिष न्यूज़: सनातन धर्म में कई सारे व्रत त्योहार पड़ते हैं और सभी का अपना महत्व भी होता है लेकिन मासिक शिवरात्रि को बहुत ही खास माना गया है जो कि शिव साधना आराधना को समर्पित दिन होता है इस दिन भक्त भगवान भोलेनाथ की विधिवत पूजा करते हैं और दिनभर उपवास भी रखते हैं
मान्यता है कि ऐसा करने से प्रभु की कृपा बरसती है। मासिक शिवरात्रि के दिन उपवास व पूजा पाठ करने से साधक के सभी दुख, कष्ट और जीवन की समस्याएं दूर हो जाती है। इस बार मासिक शिवरात्रि का व्रत 29 दिसंबर को रखा जाएगा। यह साल का आखिरी मासिक शिवरात्रि व्रत होगा। ऐसे में आज हम आपको पूजा की संपूर्ण विधि से अवगत करा रहे हैं तो आइए जानते हैं।
मासिक शिवरात्रि पूजा विधि—
आपको बता दें कि मासिक शिवरात्रि के शुभ दिन पर सुबह उठकर स्नान आदि करें इसके बाद व्रत पूजा का संकल्प करें अब एक वेदी पर शिव पार्वती की प्रतिमा स्थापित करें और विधि अनुसार देवी देवता की पूजा अर्चना करें। शिव का पंचामृत से स्नान करवाएं। इसके बाद भोलेनाथ को सफेद चंदन का तिलक लगाएं।
माता पार्वती को कुमकुम अर्पित करें गाय के घी का दीपक जलाएं। खीर का भोग चढ़ाएं। इसके बाद गुड़हल और सफेद पुष्पों की माला अर्पित करें। भगवान शिव को बेलपत्र भी अर्पित करें शिव तांडव स्तोत्र, शिव चालीसा का पाठ करें। भगवान शिव की आरती से पूजा को पूर्ण करें। पूजन में होने वाली भूल चूक के लिए भगवान से क्षमा जरूर मांगे। अगले दिन व्रत का पारण करें।