इस विधि से करें मां शीतला की पूजा, मिलेगा आशीर्वाद

Update: 2024-03-30 09:09 GMT
ज्योतिष न्यूज़ : हिंदू धर्म में कई सारे पर्व मनाए जाते हैं और सभी का अपना महत्व भी होता है लेकिन शीतलाष्टमी को बेहद ही खास माना गया है जो कि मां शीतला की साधना को समर्पित होता है इस दिन भक्त मां शीतला की विधिवत पूजा करते हैं और व्रत आदि भी रखते हैं
 पंचांग के अनुसार शीतला अष्टमी हर साल चैत्र मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि पर मनाई जाती है शीतला अष्टमी को बसौड़ा के नाम से भी जाना जाता है इस दिन मां शीतला की पूजा करने से सुख समृद्धि और अच्छी सेहत का आशीर्वाद मिलता है इस साल शीतला अष्टमीी का व्रत 2 अप्रैल को किया जाएगा। ऐसे में आज हम आपको अपने इस लेख द्वारा शीतला माता की पूजा विधि की जानकारी प्रदान कर रहे हैं तो आइए जानते है।
 शीतला माता की पूजा विधि—
आपको बता दें कि शीतला अष्टमी के दिन सुबह जल्दी उठकर सबसे पहले स्नान करें इसके बाद सभी कार्यों से निवृत्त होकर एक थाली में एक दिन पहले से ही सारे पकवान रख लें। उसके बाद पूजा की थाली में आटे का दीपक, रोली, हल्दी, अक्षत और वस्त्र बड़कुले की माला के साथ मेहंदी और सिक्का रखें। इसके बाद माता शीतला की विधि विधान से पूजा करें पूजा करते समय दीपक जलाएं और जल अर्पित करें जल अर्पित करने के बाद बचे हुए जल को घर के सभी कमरों में छिड़क दें।
 माना जाता है कि ऐसा करने से घर की नकारात्मकता दूर हो जाती है देवी की विधिवत पूजा कर उन्हें बासी भोजन का भोग लगाएं इसके बाद उनकी आरती करें और अंत में इसी भोग को ग्रहण करके अपने व्रत को खोलें माना जाता है कि शीतला अष्टमी पर विधिवत पूजा करने से देवी की कृपा प्राप्त होती है जिससे दुख परेशानियां व रोगों से मुक्ति मिलती है।
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