इस विधि से करें भगवान शिव की पूजा

सावन के महीने की शुरुआत 14 जुलाई से हो गई है. सावन का महीना भगवान शिव (Lord Shiva) को समर्पित है.

Update: 2022-07-17 09:07 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। सावन के महीने की शुरुआत 14 जुलाई से हो गई है. सावन का महीना भगवान शिव (Lord Shiva) को समर्पित है. सावन के महीने में शिव भक्त व्रत रखते हैं और विधि -विधान से भगवान शिव की पूजा करते हैं. ऐसा माना जाता है कि सावन का महीना भगवान शिव की पूजा करने के लिए श्रेष्ठ है. शिव की पूजा करने और व्रत रखने से सारी मनोकामनाएं पूरी होती हैं. इस महीने में कांवड़ यात्रा भी निकाली जाती है. सावन के महीने में शिव भक्त सोमवार का व्रत रखते हैं. इस बार सावन का पहला सोमवार (Sawan Somvar) 18 जुलाई को पड़ रहा है. इस दिन किस विधि से भगवान शिव की आराधना करनी चाहिए आइए जानें.

सावन में इस बार पड़ेंगे 4 सोमवार
इस बार सावन के महीने की शुरुआत 14 जुलाई से हो गई है. इस बार सावन का पहला सोमवार 18 जुलाई को पड़ रहा है. इसके बाद दूसरा सोमवार 25 जुलाई, तीसरा सोमवार 01 अगस्त और चौथा सोमवार 08 अगस्त को पड़ रहा है. ऐसे में इस बार सावन में 4 सोमवार पड़ रहे हैं. 12 अगस्त को सावन समाप्त हो जाएगा. सावन के सोमवार के दिन भगवान शिव की विधि-विधान से पूजा की जाती है. ऐसा करने से भगवान शिव की कृपा आप पर सदा बनी रहती है.
इस विधि से करें भगवान शिव की पूजा
सोमवार के दिन सुबह जल्दी उठें. साफ कपड़े पहनें. घर की साफ-सफाई करें.
पूरे घर में गंगा जल को छिड़कें. इससे घर की शुद्धि होती है. हरा, लाल, सफेद, केसरिया या पीले रंग के कपड़े पहनें.
इस दिन भगवान शिव के साथ पार्वती जी की पूजा भी करें. भगवान को पुष्प अर्पित करें. धूप और दीप जलाएं.
महामृत्युंजय मंत्र का 108 बार जाप करें. ऐसा करने से मन को शांति मिलती है. इस दिन आप ॐ नमः शिवाय मंत्र का जाप भी कर सकते हैं.
जल में दूध मिलाकर शिवलिंग पर अर्पित करें. शिवलिंग पर इस जल को अर्पित करने के दौरान भगवान शिव के मंत्रों का जाप जरूर करें. ऐसा करने से भगवान शिव प्रसन्न होते हैं और आपकी सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं.
सोमवार के दिन व्रत के दौरान भगवान शिव पर बिल्व पत्र, आक के फूल, धतूरा, मोगरा, कनेर, बेल फल, गुलाब के फूल और दूध आदि अर्पित करें.
इस दिन आप भोग में भगवान शिव को सफेद मिठाई, शहद, घी, शक्कर, दही और गन्ने का रस आदि अर्पित कर सकते हैं.
पूजा के दौरान सावन के सोमवार की व्रत कथा का पाठ करें. आरती करें. भगवान शिव को भोग लगाएं. घर परिवार के सभी लोगों को प्रसाद बांटें.
व्रत के दौरान फलाहार का सेवन करें. दिन में एक बार भोजन करें. व्रत के दौरान अन्न और नमक का सेवन नहीं करना चाहिए.
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