भौम प्रदोष व्रत पर आज ऐसे करें पूजा, सारी मनोकामना होगी पूरी

Update: 2023-09-12 06:17 GMT
हिंदू धर्म में कई सारे व्रत त्योहार मनाए जाते है और सभी का अपना महत्व भी होता है लेकिन प्रदोष व्रत बेहद ही खास माना जाता है जो कि शिव पूजा के लिए उत्तम दिन होता है। पंचांग के अनुसार प्रदोष व्रत हर माह के दोनों पक्षों की त्रयोदशी ति​थि पर किया जाता है अभी भाद्रपद मास चल रहा है और इस माह का पहला प्रदोष व्रत आज यानी 12 सितंबर दिन मंगलवार को किया जा रहा है मंगलवार के दिन प्रदोष व्रत पड़ने के कारण ही इसे भौम प्रदोष व्रत के नाम से जाना जा रहा है।
 इस दिन भक्त भगवान भोलेनाथ की विधि विधान से पूजा करते है और व्रत आदि भी रखते हैं मान्यता है कि प्रदोष व्रत को करने से जन्म जन्मान्तर के चक्र से मुक्ति मिलती है और जातक को मोक्ष प्राप्त होता है इस व्रत से उत्तम लोक की प्राप्ति होती है और जीवन के दुख दर्द दूर हो जाते हैं। ऐसे में अगर आप भोलेनाथ का आशीर्वाद पाना चाहते हैं तो आज हम आपको प्रदोष व्रत पूजन की विधि बता रहे हैं तो आइए जानते हैं।
 भौम प्रदोष व्रत की पूजा विधि—

भौम प्रदोष व्रत के लिए सुबह उठकर स्नान आदि करें इसके बाद साफ वस्त्रों को धारण कर हाथ में चावल लेकर ‘अद्य अहं महादेवस्य कृपाप्राप्त्यै सोमप्रदोषव्रतं करिष्ये’ मंत्र का जाप करते हुए व्रत का संकल्प करें। इस दिन शिव की पूजा प्रदोष काल में होती हैं ऐसे में व्रत रखते हुए शिव की पूजा अर्चना करें और दिनभर ओम नमः शिवाय मंत्र का जाप करें।
 अब प्रदोष काल में यानी शाम के समय एक बार फिर से स्नान कर शिव का जाप करें इसके बाद पास के मंदिर जाकर पंचामृत से शिवलिंग का अभिषेक करें। शिवलिंग पर बेलपत्र, अक्षत, धतूरा, भांग, वस्त्र, फल, मिठाई, शहद अर्पित कर व्रत कथा सुने और शिव मंत्रों का जाप करें इसके बाद भोलेनाथ की आरती करें और भूल चूक के लिए क्षमा मांगे।
 
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